राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला के निलंबन के खिलाफ भारत खेल पंचाट में अपील करेगा: किरेन रिजिजू
By भाषा | Published: August 23, 2019 08:45 PM2019-08-23T20:45:45+5:302019-08-23T20:45:45+5:30
वाडा ने छह महीने के लिये एनडीटीएल की मान्यता को रद्द कर दिया है, जिससे उसे भारत के बाहर वाडा की मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला से जांच करानी होगी और इसका खर्च काफी बढ़ जाएगा।
नई दिल्ली, 23 अगस्त। केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी (वाडा) द्वारा भारत की राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (एनडीटीएल) को निलंबित करने के फैसले के खिलाफ भारत स्विट्जरलैंड स्थिति खेल पंचाट (सीएएस) का दरवाजा खटखटाएगा। वाडा ने छह महीने के लिये एनडीटीएल की मान्यता को रद्द कर दिया है, जिससे उसे भारत के बाहर वाडा की मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला से जांच करानी होगी और इसका खर्च काफी बढ़ जाएगा। यह फैसला भारत के लिये बेहद निराशाजनक है, क्योंकि वाडा ने जो कमियां गिनाई थी उसे सही किया जा चुका था।
किरेन रिजिजू ने कहा कि वाडा ने एनडीएटीएल को लेकर जो सुधार करने के लिए कहा था हमने उसे किया और इसके बाद भी वाडा के द्वारा ऐसा निर्णय करना निराशाजनक हैं। रिजिजू ने एक बयान में कहा, ‘‘अतीत में कुछ मुद्दे थे। खेल मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद, मैंने उन मुद्दों पर संज्ञान लिया है और इसमें सुधार शुरू किया गया। यह निराशाजनक है कि इन प्रयासों के बाद भी वाडा ने ऐस रुख अपनाया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम इस प्रतिबंध के खिलाफ अपील (सीएएस) करेंगे और अपील की प्रक्रिया पहले से ही चल रही है।’’ खेल सचिव राधेश्याम जूलानिया ने वाडा के फैसले पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि इस फैसले के पीछे बड़ा व्यावसायिक हित हो सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ वाडा की टीम सितंबर 2018 में भारत आयी थी और उन्होंने जो भी चिंताए जतायी थी हमने उन सभी को दुरूस्त किया। ऐसे में निलंबन का फैसला हमारे लिए एक आश्चर्य की तरह है क्योंकि वे उस बीमारी का इलाज कर रहे हैं जो पहले से ही ठीक हो गई है।’’ उन्होंनें कहा, ‘‘इस निर्णय के पीछे एक बहुत बड़ा व्यापारिक हित है क्योंकि हमारी प्रयोगशाला में परीक्षण की लागत दुनिया की दूसरी प्रयोगशालाओं से बहुत सस्ती है। पूर्वी अफ्रीका के कई देशों ने अपने नमूनों का परीक्षण करने के लिए हमसे संपर्क किया है और ऐसा लगता है कि वाडा को यह अच्छा नहीं लगा।’’
जूलानिया एनडीटीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी है। उन्होंने कहा कि वाडा बोर्ड में भारतीय प्रतिनिधि की कमी देश को महंगी पड़ी। उन्होंने कहा, ‘‘वाडा में एशियाई देशों के चार प्रतिनिधि हैं लेकिन भारत से कोई नहीं है। इसलिए खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने वाडा को लिखा है कि जब भी कोई स्थान रिक्त होता है तो एक भारतीय सदस्य को शामिल करें।’’