टोक्यो ओलंपिक में विनेश फोगाट से मेडल की उम्मीद पर नहीं पहुंच सकीं है अभी तक जापान, जानिए वजह
By वैशाली कुमारी | Published: July 28, 2021 11:30 AM2021-07-28T11:30:12+5:302021-07-28T11:30:12+5:30
टोक्यो ओलंपिक की शुरुआत हो चुकी है। हालांकि पहलवान विनेश फोगट अभी तक टोक्यो नहीं पहुंच सकी हैं। वे जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में वीजा नियमों के विवाद के कारण फंस गई हैं।
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट से भी देश को पदक की उम्मीदें हैं। हालांकि वे अभी टोक्यो नहीं पहुंच सकी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वे जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में थीं, जहां से वे टोक्यो के लिए अपनी उड़ान नहीं भर सकीं। विनेश एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन हैं।
टोक्यो ओलंपिक में विनेश 53 किग्रा महिला फ्रीस्टाइल वर्ग में स्वर्ण पदक की दावेदार हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, यह पता चला है कि वे अपने जिस यूरोपीय संघ (ईयू) वीजा पर जर्मनी में थी, उस पर वे तय समय से एक दिन अधिक के लिए रूक गई थीं। इसलिए उन्हें फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर ही स्थानीय अधिकारियों ने रोक लिया।
26 वर्षीय फोगाट, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन हैं और विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक भी जीत चुकी हैं। पीटीआई ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के एक अधिकारी के हवाले से कहा, "यह एक भूल थी और जानबूझकर कुछ नहीं किया गया। उनके शेंगेन वीजा के अनुसार 90 दिनों के बजाय, वह बुडापेस्ट से फ्रैंकफर्ट में उतरने के बाद 91 दिनों के लिए थीं। मामले को SAI ने तेजी से उठाया है और फ्रैंकफर्ट में भारतीय वाणिज्य दूतावास मामले को सुलझाने के लिए हवाई अड्डे पर पहुंच गया। विनेश कल टोक्यो में होंगी।"
ओलिंपिक खेलों से पहले हंगरी में अपने कोच वोलर अकोस के साथ प्रशिक्षण ले रही फोगाट को मंगलवार रात टोक्यो पहुंचना था, लेकिन जापान की राजधानी टोक्यो के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट में चढ़ने से पहले उसे फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर रोक दिया गया। इसके बाद उन्हें फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे के एक होटल में रात रुकना पड़ा। बाद में वे टोक्यो के लिए रवाना होगी।
विनेश को 53 किग्रा महिला फ्रीस्टाइल वर्ग में स्वर्ण पदक की दावेदार के रूप में देखा जा रहा है और वह शीर्ष वरीयता प्राप्त हैं। उनकी प्रतियोगिताएं 5 अगस्त से शुरू हो रही हैं। जिस तरह से विनेश ने अपना दबदबा बनाया है, वह आसानी से अपनी कैटेगरी में गोल्ड मेडल की प्रबल दावेदार है।