टोक्यो ओलंपिक में ऐसे कई क्षण आए हैं जब खेल भावना के खिलाफ जाकर खिलाड़ियों ने शर्मनाक हरकतें की हैं। इनमें हॉकी स्टिक से दूसरे खिलाड़ी को सिर पर मारने से लेकर कान काटने तक का प्रयास शामिल रहा है। ऐसा ही वाकया भारतीय पहलवान रवि दहिया के साथ भी पेश आया, जब टोक्यो ओलंपिक के 57 किलोग्राम वेट कैटेगिरी के सेमीफाइनल मुकाबले में कजाकिस्तान के पहलवान नूरीस्लाम सनायेव ने हार से बचने के लिए उनकी बाजू पर काट लिया। बावजूद इसके न वो रवि दहिया के हौसले को डिगा सके और न ही मैच जीत सके।
सेमीफाइनल का यह मुकाबला बेहद उतार-चढ़ाव वाला रहा। दरअसल मैच के शुरू होने के कुछ ही वक्त के बाद कजाकिस्तान के पहलवान ने रवि दहिया के खिलाफ जबरदस्त बढ़त बना ली थी। एक वक्त नूरीस्लाम 10-2 से आगे थे। लग रहा था कि वह रवि दहिया को आसानी से हरा देंगे, लेकिन रवि ने जबरदस्त वापसी की और नूरीस्लाम को आखिरी एक मिनट में जबरदस्त पटखनी दी। जिसके बाद रवि के दांव से बचने के लिए नूरीस्लाम ने उनकी बाजू पर दांत गड़ा दिए। हालांकि इसके बाद भी रवि ने पकड़ ढीली नहीं की और उसे हराकर ही दम लिया।
रवि दहिया के इस जबरदस्त प्रदर्शन की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं। कई लोगों ने कहा है कि यह उनकी हिम्मत के कारण ही संभव हो सका है। वहीं कई लोगों ने कहा कि इतना पिछड़ने के बाद वापसी करना बेहद जबरदस्त था।
शान से जीते रवि
रवि ने कजाकिस्तान के पहलवान को चित्त करके यह मुकाबला जीता। इसे विक्ट्री बाय फाल कहा जाता है। जिसमें एक पहलवान अपने प्रतिद्वंद्वी के दोनों कंधों को मैट पर लगा देता है। रवि को भी विक्ट्री बॉय फाल के आधार पर विजेता घोषित किया गया। ऐसा करना बहुत मुश्किल होता है और ऐसे मौके देखने में भी कम ही मिलते हैं।
आज है फाइनल मुकाबला
बता दें कि आज रवि दहिया का 57 किलोग्राम वर्ग भार में कुछ ही देर में फाइनल मुकाबला खेलेंगे। उन्हें फाइनल में रूस ओलंपिक कमेटी के बैनर तले जवुर उगुवेय के साथ मुकाबला करना है। इस मुकाबले में यदि वे जीतते हैं तो गोल्ड के साथ इतिहास लिख देंगे।