राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को पद्म पुरस्कारों के लिए चयनित 112 हस्तियों में से 56 को सम्मान प्रदान किया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में इन पुरस्कारों को दिया गया। बाकी को ये सम्मान 16 मार्च को आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदान किए जाने की उम्मीद है। इस साल गणतंत्र दिवस पर 112 हस्तियों को पद्म पुरस्कार देने की घोषणा की गई थी, जिनमें लोक गायिका तीजन बाई, क्रिकेटर गौतम गंभीर और अभिनेता मनोज वाजपेयी शामिल हैं।
राष्ट्रपति ने कार्यक्रम में खेल जगह की कई हस्तियों को पद्मश्री से नवाजा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पहलवान बगरंग पूनिया, टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल, शतरंज ग्रैंडमास्टर हरिका द्रोणावल्ली, कबड्डी खिलाड़ी अजय ठाकुर को पद्मश्री से सम्मानित किया।
इस साल खेल जगह कि 8 हस्तियों को पद्मश्री देने की घोषणा की गई थी। इनमें इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर, भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री, पहलवान बजरंग पूनिया, द्रोणावल्ली हरिका (शतरंज), शरत कमल (टेबल टेनिस), बोम्बाल्या देवी लैशराम (तीरंदाजी), अजय ठाकुर (कबड्डी) और प्रशांती सिंह (बास्केटबॉल) का नाम था।
विवाद के बाद बजरंग पूनिया को पद्मश्री
बजरंग पूनिया विश्व कप रजत और कांस्य पदकधारी पहलवान हैं, इसके अलावा उनहोंने 2018 में एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। पिछले साल बजरंग प्रतिष्ठित खेल रत्न पुरस्कार के लिए नहीं चुने जाने के कारण नाराज हो गए थे। क्रिकेटर विराट कोहली और भारोत्तोलक मीराबाई चानू की देश के शीर्ष खेल पुरस्कार के लिए सिफारिश की गई थी।
1954 में हुई थी पद्म पुरस्कारों की शुरुआत
पद्म पुरस्कारों की शुरुआत 1954 से हुई थी। इसकी घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर किया जाता है और ये पुरस्कार राष्ट्रपति भवन में केंद्र सरकार की ओर से दिए जाते हैं। हालांकि 1977, 1980, 1993 और 1997 में गणतंत्र दिवस पर इसकी घोषणा नहीं की गई थी। पद्म पुरस्कारों के अंतर्गत पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री पुरस्कार आते हैं।
क्या होते हैं पद्म पुरस्कार और किसे दिया जाता है?
पद्म पुरस्कार भारतीय गणतंत्र में योगदान देने वाली शख्सियतों को दिया जाने वाला सम्मान है। अलग-अलग क्षेत्रों में अच्छा काम करने वाली शख्सियत को हर साल पद्म पुरस्कार दिए जाते हैं। जैसे- कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान एवं अभियांत्रिकी, सार्वजनिक मामले, नागरिक सेवा और व्यापार एवं उद्योग। पुरस्कारों के लिए आए नामांकन पद्म पुरस्कार समिति के सामने रखे जाते हैं। प्रधानमंत्री हर साल इस समिति का गठन करते हैं। पद्म पुरस्कारों के लिए राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारें, मंत्रालय, भारत सरकार के विभाग और सांसद भी सिफारिशें भेज सकते हैं।