कोरोना पीड़ितों के इलाज में जुटी हैं मिल्खा सिंह की बेटी मोना, रोज 12 घंटे करना पड़ता है काम
By भाषा | Published: April 20, 2020 05:51 PM2020-04-20T17:51:03+5:302020-04-20T17:51:03+5:30
मिल्खा सिंह के बेटे जीव मिल्खा सिंह ने अपनी बहन के बारे में बताया कि वह हर रोज मैराथन दौड़ रही है। वह हफ्ते में पांच दिन काम करती है। कभी दिन में, कभी रात में और बारह बारह घंटे।
नई दिल्ली। महान फर्राटा धावक मिल्खा सिंह की बेटी और मशहूर गोल्फर जीव मिल्खा सिंह की बड़ी बहन इन दिनों न्यूयार्क के एक अस्पताल में कोराना वायरस पीड़ितों के उपचार में जुटी हैं। मोना मिल्खा सिंह न्यूयार्क के मेट्रोपोलिटन हॉस्पिटल सेंटर में डॉक्टर है। वह कोरोना के आपात मरीजों का इलाज कर रही है। अमेरिका में अभी तक इस महामारी से 40000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
चार बार के यूरोपीय टूर चैम्पियन जीव ने कहा, ‘‘वह न्यूयार्क के मेट्रोपोलिटन अस्पताल में आपात कक्ष डॉक्टर है। जब भी कोरोना के लक्षण वाला कोई मरीज आता है तो उसे उपचार करना होता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह पहले मरीज की जांच करती है जिसके बाद उन्हें पृथकवास के लिए विशेष वार्ड में भेजा जाता है।’’
54 वर्ष की मोना ने पटियाला से एमबीबीएस किया और नब्बे के दशक में अमेरिका में बस गई। जीव ने कहा, ‘‘मुझे उस पर गर्व है। वह हर रोज मैराथन दौड़ रही है। वह हफ्ते में पांच दिन काम करती है। कभी दिन में, कभी रात में और बारह बारह घंटे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उसे लेकर चिंतित हूं। लोगों का इलाज करते समय कुछ भी हो सकता है। हम उससे रोज बात करते हैं। मम्मी-पापा भी रोज उससे बात करते हैं। मैं उसे सकारात्मक रहने और प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए कहता हूं।’’
उन्होने कोरोना के खिलाफ मोर्चे पर काम में लगे कर्मवीरों का सम्मान करने की अपील की। भारत में स्वास्थ्यकर्मियों पर हमलों की घटनाएं सामने आई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं देश के हर नागरिक से अपील करना चाहता हूं कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जुटे लोगों का सम्मान करें। चाहे वह डॉक्टर हो, पुलिस या फिर सफाईकर्मी। उनका सम्मान करना चाहिए और उनकी चिंता करनी चाहिए।’’