दारा सिंह ने जब सबसे 'खूंखार' पहलवान किंग कॉन्ग को फेंका था रिंग से बाहर, देखें वीडियो
By विनीत कुमार | Updated: July 12, 2018 07:37 IST2018-07-12T07:37:25+5:302018-07-12T07:37:25+5:30
खेल और सिनेमा के बाद दारा सिंह राजनीति में भी आए। वे देश के पहले खिलाड़ी थे जिन्हें राज्यसभा के लिए नामित किया गया।

Dara Singh
नई दिल्ली, 12 जुलाई: 'खुद को दारा सिंह समझते हो क्या?' यह लाइन तकरीबन हम सभी ने कहीं न कहीं, कभी न कभी जरूर कही होगी। ये दिखाता है कि भारत में दारा सिंह की जगह कहां है। 19 नवंबर 1928 को जन्में दारा सिंह का पूरा नाम दारा सिंह रंधावा था। आज (12 जुलाई) उनकी छठी पुण्यतिथी है। पहलवानी से अपने करियर का सफर शुरू करते हुए दारा सिंह अभिनय की दुनिया तक पहुंचे और हर मुकाम पर सफलता के झंडे गाड़ने में सफल रहे।
दारा सिंह अपने करियर में कभी कोई मैच नहीं हारे। 1950 और 60 के दशक में रेसलिंग की दुनिया में उनकी ख्याति पूरी दुनिया में थी। फिर चाहे भारत हो, सिंगापुर या फिर लंदन, हर जगह दारा सिंह की कुश्ती ने लोगों का दिल जीता। साल-1959 में कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप, 1954 में रुस्तमे-हिंद, 1968 में वर्ल्ड चैम्पियनशिप, ये ऐसे खिताब हैं जो दारा सिंह की उपलब्धि की तस्वीर पश कर रहे हैं। ऐसे दारा सिंह के रेसलिंग करियर में कई यादगार लम्हे लेकिन हम आपको उनकी एक फाइट के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आज भी दुनिया नहीं भूली और हमेशा उसका जिक्र होता है।
किंग कॉन्ग को रिंग के बाहर फेंका था दारा सिंह ने
इस मुकाबले ने हर किसी को दारा सिंह का फैन बना दिया था। दारा सिंह के प्रतिद्वंद्वी किंग कॉन्ग की पहचान दुनिया के खूंखार पहलवानों में थी। ऑस्ट्रेलिया के इस पहलवान का वजन 200 किलो था और तब दारा सिंह वजन के मामले में किंग कॉन्ग से आधे थे। मुकाबला शुरू हुआ और कभी दारा सिंह तो कभी किंग कॉन्ग का पलड़ा भारी नजर आता।
वैसे भी 200 किलो के किंग कॉन्ग के सामने दारा सिंह बच्चे लग रहे थे। लेकिन उनका आत्मविश्वास और कौशल गजब का था। दारा सिंह ने करीब छह फीट लंबे किंग कॉन्ग को सिर से ऊपर उठाकर हवा में लहराया और ऐसी पटखनी दी कि वह रिंग से बाहर जा गिरा। दारा सिंह के इस दांव पर हर कोई हैरान रह गया।
साल 1983 में दारा सिंह अपने जीवन का आखिरी मुकाबला जीतने के बाद कुश्ती से संन्यास ले लिया। खेल और सिनेमा के अलावा दारा सिंह राजनीति में भी आए। वे देश के पहले खिलाड़ी थे जिन्हें राज्यसभा के लिए नामित किया गया।