जसपाल राणा ने निशानेबाजी का समर्थन करने पर नरिंदर बत्रा को सराहा, पर खेलों से हटने पर सहमत नहीं
By भाषा | Published: September 25, 2019 08:12 PM2019-09-25T20:12:39+5:302019-09-25T20:12:39+5:30
नरिंदर बत्रा ने यह कहकर नई चर्चा छेड़ दी है कि राष्ट्रमंडल खेल समय की बर्बादी है और देश को हर चार साल में होने वाली इस प्रतियोगिता से हमेशा के लिए बाहर होने पर विचार करना चाहिए।
नई दिल्ली, 25 सितंबर। अपने जमाने के दिग्गज निशानेबाज जसपाल राणा ने बुधवार को नरिंदर बत्रा की निशानेबाजी खेल का समर्थन करने के लिए प्रशंसा की लेकिन वह आईओए प्रमुख के इस सुझाव से सहमत नहीं हैं कि भारत को राष्ट्रमंडल खेलों में खेलना बंद कर देना चाहिए। बत्रा ने यह कहकर नई चर्चा छेड़ दी है कि राष्ट्रमंडल खेल समय की बर्बादी है और देश को हर चार साल में होने वाली इस प्रतियोगिता से हमेशा के लिए बाहर होने पर विचार करना चाहिए।
राष्ट्रीय जूनियर कोच राणा ने पीटीआई से कहा, ‘‘मैं उनका (बत्रा) समर्थन करता हूं क्योंकि वह मेरे खेल का समर्थन कर रहे हैं। आप (राष्ट्रमंडल खेल 2022 आयोजक) लंबे समय से कार्यक्रम का हिस्सा रहे किसी खेल को यूं ही नहीं हटा सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन इसका नकारात्मक पक्ष भी है क्योंकि खेलों से हमेशा के लिये हटने से खिलाड़ी प्रभावित होंगे। प्रतियोगिता किसी भी तरह की हो, किसी खिलाड़ी के लिये पदक जीतना बहुत बड़ी बात होती है।’’
राणा ने कहा, ‘‘यह उनके लिये ओलंपिक जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं के लिये तैयार होने का मंच है। निशानेबाजी की बात करें तो भारतीय निशानेबाजी ने पिछले कुछ वर्षों में काफी सुधार किया है। इसलिए इसके दोनों नकारात्मक और सकारात्मक पक्ष हैं।’’
एक अन्य निशानेबाज समरेश जंग ने भी कहा कि पिछले कुछ वर्षों में राष्ट्रमंडल खेलों के स्तर में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने 1998 में छह-सात पदक जीते थे लेकिन इसके बाद हमने अधिक पदक जीतने शुरू कर दिये। मेरा मानना है कि खेलों का स्तर नहीं गिरा बल्कि हमने इस पर काम किया और सुधार किया। हमें सकारात्मक पक्ष को देखना चाहिए।’’