ISSF World Cup: उत्तर प्रदेश के मेराज अहमद खान ने किया ऐतिहासिक कारनामा, मिंसु किम और बेन लीवेलिन को हराकर 46 साल की उम्र में जीता स्वर्ण
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 18, 2022 08:39 PM2022-07-18T20:39:02+5:302022-07-18T20:39:54+5:30
ISSF World Cup: 40 शॉट के फाइनल में उत्तर प्रदेश के 46 वर्ष के मेराज अहमद खान ने 37 का स्कोर करके कोरिया के मिंसु किम (36) और ब्रिटेन के बेन लीवेलिन (26) को पछाड़ा।
ISSF World Cup: भारत के अनुभवी निशानेबाज मेराज अहमद खान ने सोमवार को आईएसएसएफ विश्व कप में पुरुषों की स्कीट स्पर्धा में देश को पहला स्वर्ण पदक दिला दिया। 40 शॉट के फाइनल में उत्तर प्रदेश के 46 वर्ष के मेराज ने 37 का स्कोर करके कोरिया के मिंसु किम (36) और ब्रिटेन के बेन लीवेलिन (26) को पछाड़ा।
मेराज ने क्वालीफाइंग में पहले दो दिन 125 में से 119 स्कोर किया। उन्होंने पांच निशानेबाजों के शूटआफ में जीत दर्ज करके स्वर्ण जीता। दो बार के ओलंपियन और इस बार चांगवन में भारतीय दल के सबसे उम्रदराज सदस्य मेराज ने 2016 में रियो दि जिनेरियो विश्व कप में रजत पदक जीता था।
🥇for @khanmairajahmad in Skeet Men's Individual Event 🤩
— SAI Media (@Media_SAI) July 18, 2022
He beat Kim Minsu from Korea by 37-36 in final gold medal match 💯#Shooting#IndianSportspic.twitter.com/Ur6fkvQlCK
इससे पहले अंजुम मुद्गिल, आशी चौकसी और सिफ्ट कौर सामरा ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। कांस्य पदक के मुकाबले में उन्होंने आस्ट्रिया की शैलीन वाइबेल, एन उंगेरांक और रेबेका कोएक को 16 . 6 से हराया। यह दिन लेकिन मेराज के नाम रहा।
क्वालीफाइंग में 119 स्कोर करने के बाद वह आखिरी दो क्वालीफिकेशन स्थानों के लिये चार अन्य के साथ दौड़ में थे जिनमें दो बार के ओलंपिक पदक विजेता कुवैत के अब्दुल्लाह अल रशीदी शामिल थे। रैंकिंग दौर में उनका सामना जर्मनी के स्वेन कोर्ते , कोरिया के मिंकी चो और साइप्रस के निकोलस वासिलू से था। वह 27 हिट्स के साथ शीर्ष पर रहे।
अन्य नतीजों में विजयवीर सिद्धू ने रैंकिंग राउंड में जगह बनाई लेकिन पदक दौर में नहीं पहुंच सके। अनीश और समीर पुरूषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में पहली बाधा पार नहीं कर पाये। विजयवीर छठे, अनीश 12वें, समीर 30वें स्थान पर रहे जबकि महिलाओं के स्कीट वर्ग में मुफद्दल दीसावाला 23वें स्थान पर रही। भारत 13 पदक (पांच स्वर्ण, पांच रजत और तीन कांस्य) जीतकर अभी भी पदक तालिका में शीर्ष पर है।