राष्ट्रमंडल खेल 2022 से निशानेबाजी को बाहर करने के खिलाफ आईओए ने सीजीएफ आमसभा से किया किनारा
By भाषा | Published: July 26, 2019 10:48 PM2019-07-26T22:48:28+5:302019-07-26T22:48:28+5:30
राष्ट्रमंडल खेल 2022 से निशानेबाजी को बाहर करने के फैसले के खिलाफ भारतीय ओलंपिक संघ ने सितंबर में होने वाली राष्ट्रमंडल खेल महासंघ की आमसभा से पीछे हटने का फैसला किया है।
नयी दिल्ली, 26 जुलाई। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल 2022 से निशानेबाजी को बाहर करने के फैसले के खिलाफ भारतीय ओलंपिक संघ ने सितंबर में होने वाली राष्ट्रमंडल खेल महासंघ की आमसभा से पीछे हटने का फैसला किया है। राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड ग्रेवेमबर्ग को लिखे पत्र में आईओए ने उपाध्यक्ष के पद के लिये महासचिव राजीव मेहता और खेल समिति के सदस्य के तौर पर नामदेव शिरगांवकर के नामांकन भी वापिस ले लिए।
आईओए ने एक पत्र में लिखा, ‘‘सीजीए भारत के अधिकारियों ने रवांडा में सितंबर में होने वाली सीजीएफ की आमसभा में भागीदारी का फैसला वापिस ले लिया है।’’ इसमें कहा गया, ‘‘आमसभा के दौरान होने वाले चुनाव में भारतीय अधिकारियों के नामांकन भी वापिस ले लिए गए हैं जिनमें क्षेत्रीय उपाध्यक्ष (एशिया) पद के लिये राजीव मेहता और खेल समिति के सदस्य के तौर पर नामदेव शिरगांवकर के नामांकन शामिल थे।’’
इसमें कहा, ‘‘पिछले दो दशक में एशिया में हुए एकमात्र राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी भारत ने की थी लेकिन हमें अपना विरोध दर्ज कराने पर मजबूर होना पड़ा है। बर्मिंघम खेलों से निशानेबाजी को हटाने को लेकर काफी निराशा और आक्रोश है।’’
राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के कार्यकारी बोर्ड की पिछले महीने हुई बैठक में निशानेबाजी को बर्मिंघम खेलों से हटाने का फैसला लिया गया। मेहता ने तब कहा था कि आईओए कोई अभूतपूर्व कदम उठा सकता है जिसमें इन खेलों का बहिष्कार शामिल है।
आईओए ने गुरुवार को भेजे पत्र में भी कहा कि भारत इन खेलों का बहिष्कार कर सकता है। पत्र में कहा गया, ‘‘कार्यकारी परिषद और आईओए की आमसभा बर्मिंघम 2022 खेलों में भागीदारी के बारे में विचार करेंगे।’’ भारत ने 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में 66 में से 16 पदक निशानेबाजी में जीते थे।