मैरी कॉम बोलीं, 'मैंने विवाद शुरू नहीं किया, मैंने संदेह पैदा नहीं किया', निकहत जरीन ने कहा, 'मैरी कॉम के व्यवहार से आहत हुई'
By भाषा | Published: December 28, 2019 06:13 PM2019-12-28T18:13:40+5:302019-12-28T18:13:40+5:30
Mary Kom, Nikhat Zareen: ओलंपिक क्वॉलीफायर के ट्रायल्स में निकहत जरीन को 9-1 से हराने के बाद एमसी मैरी कॉम ने कहा कि उन्होंने इस विवाद को शुरू नहीं किया था
नई दिल्ली: एमसी मैरी कॉम ने ओलंपिक क्वॉलीफायर के लिये ट्रायल मुकाबला जीतने के बाद कहा कि उन्होंने यह विवाद शुरू नहीं किया था। छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम ने निकहत जरीन को 9-1 से हराकर ओलंपिक क्वॉलीफायर के लिये टीम में 51 किग्रा वर्ग में जगह बनायी। दोनों मुक्केबाजों ने मैच खत्म होने के बाद हाथ नहीं मिलाया।
मैरी कॉम ने युवा मुक्केबाज से गले लगने से भी इनकार कर दिया। मैरी कॉम ने जरीन के खेल मंत्री किरेन रीजीजू को लिखे पत्र का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मुझे यह पसंद नहीं है, आप मेरा नाम बेकार के विवाद में खींच लेते हो और फिर सवाल पूछते हो। हां, मैं उससे गले नहीं लगी तो इसमें क्या हो गया? मैंने यह शुरू नहीं किया था, मैंने कभी नहीं कहा था मैं ट्रायल में नहीं लडूंगी तो आपने मेरा नाम क्यों खींचा। ’’
मैरी कॉम के व्यहार ने आहत किया: निकहत जरीन
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, निकहत ने कहा, 'जिस तरह से उन्होंने व्यवहार किया वह मुझे पसंद नहीं आया। जब निर्णय घोषित किया गया तो मैंने उन्हें गले लगाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मुझे गले नहीं लगाया। एक जूनियर होने के नाते मैं अपने सीनियर से उम्मीद करती हूं कि वे भी मेरा सम्मान करें, लेकिन उन्होंने मुझे गले नहीं लगाया, मैं आहत हुई, लेकिन मैंने बुरा नहीं माना।'
निकहत ने ये भी दावा किया कि मैरी कॉम ने रिंग में उनके खिलाफ कुछ खराब शब्दों का इस्तेमाल किया।
मैं भी इंसान हूं, चिढ़ जाती हूं: मैरी कॉम
मैरी कॉम ने पूर्व चयन विवाद का जिक्र किया जिसमें राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता पिंकी जांगड़ा से चुनौती मिली थी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं भी इंसान हूं, मैं भी चिढ़ जाती हूं। जब इस तरह से मेरी उपलब्धियों पर सवाल उठाये जाते हैं तो क्या मैं गुस्सा नहीं हो सकती? और ऐसा पहली बार नहीं था। यह मेरे साथ कई बार हो चुका है जबकि किसी अन्य मुक्केबाज ने वो हासिल नहीं किया जो मैंने किया है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रदर्शन करो और मेरी जगह आओ, कौन आपको रोक रहा है? लेकिन इससे पहले ज्यादा बोलो मत। अगर आप ऐसा करो तो मैं आपको करारा जवाब दूंगी। इसे मेरे लिये ‘मीडिया ट्रायल’ क्यों बना दिया गया। ’’ यह विवाद तब खड़ा हुआ जब भारतीय मुक्केबाजी महासंघ अध्यक्ष अजय सिंह ने विश्व चैम्पियनशिप के बाद कहा कि मैरी कॉम का कांस्य पदक उन्हें ट्रायल्स से छूट देने के लिये काफी है जबकि चयन नीति के अनुसार केवल स्वर्ण और रजत पदक विजेता को ही ओलंपिक क्वॉलीफायर के लिये सीधे स्थान मिलेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या मैंने वो घोषणा की थी? यह किसकी गलती थी, क्या यह मेरी गलती थी? मैं तो इसके बारे में जानती भी नहीं थी, मुझे यह बताया गया और मैं हैरान थी। क्योंकि मानसिक रूप से मैं उस समय ट्रायल के लिये तैयार थी। ’’
मैरी कॉम ने कहा, ‘‘जब ट्रायल की घोषणा हो गयी तो क्या मैंने ऐसा कहा कि मैं नहीं आऊंगी? तो मेरा नाम बार बार क्यों लिया गया? ’’ वहीं जरीन ने कहा कि वह इस हार के बाद मजबूत वापसी करेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे और मौका मिलेगा और मैं खुद को साबित करूंगी। अगर वह फरवरी ओलंपिक क्वॉलीफायर से क्वॉलीफाई नहीं करती हैं तो मैं फिर से मई में होने वाले क्वालीफायर के ट्रायल के लिये खेलूंगी।’’