हॉकी इंडिया के नए अध्यक्ष बने दिलीप टिर्की, भारत के लिए खेल चुके हैं 3 ओलंपिक समेत 412 अंतरराष्ट्रीय मैच
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 23, 2022 06:52 PM2022-09-23T18:52:51+5:302022-09-23T18:52:51+5:30
उत्तर प्रदेश हॉकी संघ के प्रमुख राकेश कत्याल और हॉकी झारखंड के भोला नाथ सिंह के नाम वापिस लेने के बाद टिर्की को अध्यक्ष चुना गया। भोला नाथ महासचिव चुने गए।
नई दिल्ली: भारत के पूर्व कप्तान दिलीप टिर्की को शुक्रवार को निर्विरोध हॉकी इंडिया का नया अध्यक्ष चुन लिया गया । हॉकी इंडिया के चुनाव एक अक्टूबर को होने थे लेकिन नतीजे पहले ही घोषित कर दिये गए क्योंकि किसी पद के लिये कोई उम्मीदवार नहीं था जिससे महासंघ के संविधान के तहत निवर्तमान उम्मीदवार ही निर्विरोध चुने गए।
उत्तर प्रदेश हॉकी संघ के प्रमुख राकेश कत्याल और हॉकी झारखंड के भोला नाथ सिंह के नाम वापिस लेने के बाद टिर्की को अध्यक्ष चुना गया। भोला नाथ महासचिव चुने गए। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने टिर्की और उनकी टीम के चुनाव को मंजूरी दे दी है।
एफआईएच ने एक पत्र में लिखा कि जब किसी पद के लिये उम्मीदवार पद की संख्या से कम या बराबर हों तो माना जाता है कि उन्हें निर्विरोध चुना गया है । इसमें कहा गया ,‘‘ इसलिये हमें यह देखकर खुशी हो रही है कि हॉकी इंडिया का कार्यकारी बोर्ड चुन लिया गया है जिसकी जानकारी हॉकी इंडिया की वेबसाइट पर है और सभी पदों के लिये चुनाव निर्विरोध हुए ।’’
हॉकी इंडिया के नये अध्यक्ष दिलीप टिर्की के लिये भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली मिसाल रहे हैं और उनका मानना है कि पूर्व खिलाड़ियों को खेल प्रशासन में आना चाहिये क्योंकि एक खिलाड़ी के नजरिये से उन्हें हालात की बेहतर समझ होती है।
भारत के लिये तीन ओलंपिक (अटलांटा 1996, सिडनी 2000 और एथेंस 2004) समेत 412 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके टिर्की ने भाषा को दिये इंटरव्यू में कहा ,‘‘ मेरा मानना है कि पूर्व खिलाड़ियों को खेल प्रशासन में आना चाहिये क्योंकि उन्हें बेहतर पता होता है कि कहां फोकस करना है । जैसे क्रिकेट में दादा पहले बंगाल क्रिकेट संघ में थे और फिर बीसीसीआई अध्यक्ष बने और बढ़िया काम कर रहे हैं ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘मुझे खुशी है कि हॉकी इंडिया ने भी पहली बार मेरे जैसे पूर्व खिलाड़ी को अध्यक्ष चुना है। खिलाड़ी अपने कैरियर में कई चरणों से गुजरे होते हैं और उन्हें बेहतर अनुभव होता है ।’’ बतौर अध्यक्ष प्राथमिकताओं के बारे में पूछने पर पूर्व राज्यसभा सांसद ने कहा कि वह जूनियर और सब जूनियर वर्ग के लिये विशिष्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करना चाहेंगे।
(इनपुट एजेंसी)