FIFA World Cup Qatar 2022: मेजबान कतर और इक्वाडोर के मुकाबले के साथ विश्व कप फुटबॉल का आगाज, स्टेडियमों में शराब युक्त बीयर बेचने पर रोक, जानें बड़ी बातें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 19, 2022 05:36 PM2022-11-19T17:36:03+5:302022-11-19T17:36:58+5:30
FIFA World Cup Qatar 2022: कतर के लिए राष्ट्रीय गौरव का क्षण है। लेकिन इस प्रतियोगिता में भाग ले रही कतर की टीम को अपनी सबसे बड़ी चुनौती से पार पाना होगा। कतर ग्रुप ए में है जहां इक्वाडोर के अलावा सेनेगल और नीदरलैंड भी शामिल हैं।

कतर के सामने इस तरह की असफलता से बचने की चुनौती होगी। (file photo)
FIFA World Cup Qatar 2022: मेजबान कतर और इक्वाडोर के मुकाबले के साथ रविवार को जब विश्व कप फुटबॉल का आगाज होगा तो उम्मीद है कि यहां के मानवाधिकारों, प्रवासी श्रमिकों, एलजीबीटीक्यू (लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर और क्वीर) समुदाय और बीयर (शराब युक्त) जैसे मुद्दे पर यहां के राजशाही के रवैये की आलोचना पीछे छूट जायेंगे।
पहले से ही कई तरह की आलोचना का सामना कर रहे कतर ने आलोचकों को उस वक्त एक और मौका दे दिया जब शुक्रवार को स्टेडियमों में शराब युक्त बीयर को दर्शकों के लिए बेचने पर रोक लगा दिया गया। कतर के लिए विश्व कप की मेजबानी वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बढ़ाने और आधुनिकीकरण की ओर बढ़ने के प्रयास में उठाया गया कदम है।
यह कतर के लिए राष्ट्रीय गौरव का क्षण है। लेकिन इस प्रतियोगिता में भाग ले रही कतर की टीम को अपनी सबसे बड़ी चुनौती से पार पाना होगा। कतर ग्रुप ए में है जहां इक्वाडोर के अलावा सेनेगल और नीदरलैंड भी शामिल हैं। फुटबॉल विश्व कप के इतिहास में 2010 में दक्षिण अफ्रीका एकमात्र मेजबान देश है जो ग्रुप चरण से आगे निकलने में विफल रहा है।
ऐसे में कतर के सामने इस तरह की असफलता से बचने की चुनौती होगी। सेनेगल और नीदरलैंड की टीम काफी मजबूत मानी जाती है ऐसे में कतर के सामने रविवार को इक्वाडोर के खिलाफ जीत दर्ज करने का सर्वश्रेष्ठ मौका होगा। कतर की टीम फीफा रैंकिंग में 50वें स्थान पर है जबकि इक्वाडोर की रैंकिंग 44 है। इस टूर्नामेंट के लिए कतर की टीम पिछले कई साल से तैयारी कर रही है।
टीम ने इसके तहत जिसमें 2019 कोपा अमेरिका और 2021 कोनकाकैफ गोल्ड कप में शामिल होना शामिल है। इस दौरान टीम ने 2019 में एशियाई कप को जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा भी मनवाया। उस महाद्वीपीय खिताब का श्रेय कोच फेलिक्स सांचेज के दिमाग को दिया गया था, जो 2017 से इस टीम के साथ जुड़े है। वह इससे पहले कतर की अंडर-19 टीम के प्रभारी थे।
एशियाई कप की सफलता से हालांकि विश्व के स्मर की तुलना नहीं की जा सकती क्योंकि यहां खेल अपने शीर्ष स्तर पर होगा। स्पेन के इस कोच ने स्पेनिश खेल समाचार पत्र ‘मार्का’ से कहा, ‘‘ हम टीम को सामान्य रखने की कोशिश करेंगे। हमें पता है कि दबाव होगा, हम खिलाड़ियों पर और अधिक दबाव नहीं बनाना चाहते। हम अपनी दिनचर्या का पालन कर रहे है।
हम टीम को लेकर बाहर होने वाली चर्चा से दूर रहने की कोशिश के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ करने पर ध्यान दे रहे है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैदान में 60,000 दर्शकों के सामने प्रदर्शन करना मुश्किल है। यह विश्व कप है और यहां आपसे काफी उम्मीदें होती है।’’ इक्वाडोर की टीम हालांकि कतर को हराने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगी।
टीम को विश्व कप क्वालीफिकेशन के दौरान हालांकि एक अयोग्य खिलाड़ी को खिलाने का आरोप लगा। चिली और पेरू ने आरोप लगाया था कि डिफेंडर बायरन कैस्टिलो का संबंध कोलम्बिया से है और वह अवैध रूप से क्वालीफाइंग मैचों में खेले थे।
खेल पंचाट (कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट) ने हालांकि उस दावे को खारिज कर दिया था। कैस्टिलो को बाद में कोच गुस्तावो अलफरो की कतर के लिए चुनी गयी 26 सदस्यीय टीम में शामिल नहीं किया गया। उम्मीद है रविवार को फुटबॉल का महाकुंभ शुरू होने के साथ ही ये सभी विवाद पीछे छूट जायेंगे और चर्चा सिर्फ इस खेल की होगी।