भारतीय स्क्वाश की मौजूदा स्थिति को देखकर दुख होता है: दीपिका पल्लीकल
By भाषा | Published: September 13, 2019 09:51 PM2019-09-13T21:51:13+5:302019-09-13T21:51:13+5:30
पिछले साल अप्रैल में राष्ट्रमंडल खेलों से पहले मिस्र के अचराफ करगुई ने खफा होकर भारतीय टीम से नाता तोड़ लिया था जिसके बाद से भारतीय खिलाड़ी किसी पूर्णकालिक विदेशी कोच के बिना प्रशिक्षण ले रहे है।
नई दिल्ली, 13 सितंबर। भारत की शीर्ष स्क्वाश खिलाड़ी दीपिका पल्लीकल ने अप्रैल 2018 के बाद से कोच नियुक्त करने में विफल रहने के कारण राष्ट्रीय महासंघ (एसएफआरआई) के रवैये की आलोचना करते हुए देश में इस खेल की मौजूदा स्थिति को ‘निराशाजनक’ बताया।
पिछले साल अप्रैल में राष्ट्रमंडल खेलों से पहले मिस्र के अचराफ करगुई ने खफा होकर भारतीय टीम से नाता तोड़ लिया था जिसके बाद से भारतीय खिलाड़ी किसी पूर्णकालिक विदेशी कोच के बिना प्रशिक्षण ले रहे है।
दीपिका ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘अगर आप देश में स्क्वाश को आगे ले जाना चाहते है तो सबसे पहले एक कोच का होना जरूरी है। राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों कोच के बिना जाना विचित्र है। भारतीय स्क्वाश के साथ जो हो रहा है उसे देखकर निराशा होती है।’’
रैंकिंग में शीर्ष 10 में जगह बनाने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी दीपिका ने कहा, ‘‘भारत को विश्व स्तर पर इस खेल की बड़ी ताकत बनाने के लिए भारतीय स्क्वाश रैकेट महासंघ (एसआरएफआई) को मजबूत संरचना की जरूरत है।''
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास ना तो उचित संचरना है, ना ही कार्यक्रम। विश्व चैंपियन बनने के लिए काफी योजना बनानी होती है। कोच के बिना देश में इस मामले में अच्छा परिदृश्य नहीं है।’’