Commonwealth Games: वेटलिफ्टिंग में भारत को एक और मेडल, बिंदियारानी देवी ने जीता सिल्वर
By विनीत कुमार | Published: July 31, 2022 07:17 AM2022-07-31T07:17:56+5:302022-07-31T07:27:18+5:30
कॉमनवेल्थ गेम्स में वेटलिफ्टिंग से ही भारत की झोली में चौथा मेडल शनिवार को आया। बिंदियारानी देवी ने महिलाओं के 55 किग्रा फाइनल में सिल्वर मेडल जीता। उन्होंने कुल 202 किग्रा का वजन उठाया।
बर्मिंघम: इंग्लैंड के बर्मिंघम में जारी राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games) में दूसरे दिन शनिवार को भारत की झोली में एक पदक आया। भारतीय भारोत्तोलक बिंदियारानी देवी ने महिलाओं के 55 किग्रा फाइनल में कुल 202 किग्रा का वजन उठाकर देश के लिए सिल्वर मेडल जीत लिया। वह एक किलोग्राम के अंतर से गोल्ड मेडल से चूक गईं।
स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली नाइजेरिया की एडिजैट एडिनेके ने कुल 203 किलोग्राम का वजन उठाया जो बिंदियारानी देवी के उठाए वजन से एक किलो ज्यादा रहा।
महिलाओं के 55 किग्रा वर्ग में बिंदियारानी देवी ने 'स्नैच' के अपने पहले प्रयास में सफलतापूर्वक 81 किग्रा भार उठाया। इसके बाद अपने दूसरे प्रयास में बिंदियारानी ने 84 और फिर अपने अंतिम प्रयास में 86 किग्रा वजन उठाया।
वहीं, क्लीन एंड जर्क लिफ्ट वर्ग में बिंदियारानी ने अपने पहले प्रयास में 110 किग्रा भार उठाया। 114 किग्रा के अपने दूसरे प्रयास में वह इसे उठाने में असफल रहीं। इसके बाद अपने अंतिम प्रयास में उन्होंने 116 किग्रा वजन उठाकर भारत के लिए रजत पदक जीत लिया। भारत के लिए वेटलिफ्टिंग सहित राष्ट्रमंडल खेल-2022 में यह चौथा पदक है।
मीराबाई चानू के गोल्ड सहित वेटलिफ्टिंग में चार पदक
इससे पहले शनिवार को ओलंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू ने रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन से स्वर्ण पदक जीता। वहीं पुरुषों में संकेत सरगर ने रजत पदक और गुरूराजा पुजारी ने कांस्य पदक जीता।
चानू ने महिला 49 किग्रा स्पर्धा में कुल 201 किग्रा (88 किग्रा और 113 किग्रा) वजन उठाकर दबदबा बनाते हुए राष्ट्रमंडल खेलों का नया रिकॉर्ड बनाया और बर्मिंघम खेलों में देश को पहला स्वर्ण पदक दिलाया।
मीराबाई चानू का दमकार प्रदर्शन
चानू ने स्नैच वर्ग में राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप और राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड तोड़ा। उन्होंने क्लीन एवं जर्क तथा कुल वजन में भी नया रिकॉर्ड बनाया। अन्य भारोत्तोलकों ने जहां 60 किग्रा से शुरूआत की तो वहीं 27 साल की चानू ने पहले ही प्रयास में 84 किग्रा वजन उठा दिया। दूसरे प्रयास में उन्होंने 88 किग्रा से निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
उन्होंने रिकॉर्ड 90 किग्रा का भी प्रयास किया लेकिन इसमें सफल नहीं रहीं। क्लीन एवं जर्क में उन्होंने 109 किग्रा से शुरूआत की और फिर 113 किग्रा का वजन उठाया। उन्होंने अंतिम प्रयास में 115 किग्रा की कोशिश की लेकिन इसे नहीं उठा सकीं।
संकेत महादेव और गुरूराजा पुजारी ने जीते मेडल
संकेत महादेव सरगर ने पुरूषों की 55 किलो स्पर्धा में रजत पदक दिलाया। महाराष्ट्र के सांगली जिले के 21 वर्ष के सागर स्वर्ण पदक की ओर बढ रहे थे लेकिन क्लीन एंड जर्क में दो प्रयास नाकाम रहने से वह एक किलो से चूक गए । उन्होंने 248 किलो (113 और 135 किलो) वजन उठाकर रजत पदक जीता।
वहीं, गोल्ड कोस्ट 2018 राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता भारोत्तोलक गुरूराजा पुजारी ने पुरूष 61 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता जो इस वजन वर्ग में देश का राष्ट्रमंडल खेलों में पहला पदक है। उन्होंने अपने वजन वर्ग में बदलाव किया है ताकि वह ओलंपिक वजन वर्ग में खेल सकें। गुरूराजा ने 269 किग्रा (118 किग्रा + 151 किग्रा) के कुल वजन से तीसरा स्थान हासिल किया।