जर्मनी में फंसे शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद, सेल्फ-आइसोलेशन में गए
By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: March 16, 2020 04:24 PM2020-03-16T16:24:43+5:302020-03-16T16:24:43+5:30
रूस के येकाटेरिनबर्ग में मंगलवार से शुरू हो रहे फिडे कैंडीडेट्स टूर्नामेंट के लिए आनंद कमेंटेटर की भूमिका में नजर आएंगे और अपने मौजूद स्थल से ही कमेंट्री करेंगे।
शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद 16 मार्च को जर्मनी से घर लौटने वाले थे लेकिन इस वायरस ने उन्हें जर्मनी में ही रुकने को मजबूर कर दिया है। आनंद फरवरी से जर्मनी में हैं और अब एक सप्ताह से अधिक समय के लिए सेल्फ-आइसोलेशन में चले गए हैं।
आनंद ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'यह मेरे लिए बहुत ही असामान्य अनुभव है। मेरी जिंदगी में पहली बार ऐसा हुआ और कई अन्य लोगों के साथ भी कि मुझे खुद को अलग-थलग करने के लिए मजबूर होना पड़ा।"
बता दें कि कोविड-19 महामारी से जुड़ी पाबंदियों के कारण भारत वापसी में विलंब के बाद पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद कमेंट्री का अपना पहला अनुबंध पूरा करेंगे। जर्मनी में मौजूद आनंद ने खुद को अलग रखा हुआ है। आनंद की पत्नी अरुणा ने बताया कि 50 साल के इस दिग्गज को बुंदेसलीगा शतरंज लीग में खेलने के बाद सोमवार को चेन्नई लौटना था, लेकिन यात्रा पाबंदियों के कारण फ्रेंकफर्ट के समीप रुकना पड़ा।
रूस के येकाटेरिनबर्ग में मंगलवार से शुरू हो रहे फिडे कैंडीडेट्स टूर्नामेंट के लिए आनंद कमेंटेटर की भूमिका में नजर आएंगे और अपने मौजूद स्थल से ही कमेंट्री करेंगे। इस प्रतियोगिता से विश्व चैंपियन मैगनस कार्लसन के चैलेंजर का फैसला होगा। अरुणा ने बताया, ‘‘वह एक वेबसाइट के लिए कैंडीडेट्स टूर्नामेंट की कमेंटरी करेंगे। उम्मीद करती हूं कि इससे वह व्यस्त भी रहेंगे।’’ आनंद बुंदेसलीगा शतरंज लीग में ओएसजी बेडेन-बेडेन की ओर से खेल रहे थे।
अरुणा ने कहा, ‘‘उनकी वापसी की योजना के लिए हमें इंतजार करना होगा। वह फ्रेंकफर्ट के समीप हैं। यात्रा पाबंदियों और परामर्शों को देखते हुए उनकी वापसी की योजना के लिए हमें इंतजार करना होगा।’’ अरुणा ने कहा कि आनंद ने एहतियाती कदम उठाते हुए खुद को पृथक रखा हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के खतरे के कारण उन्होंने एहतियाती कदम उठाते हुए लोगों से दूरी बना रखी है।’’
अरुणा ने कहा कि ये असाधारण परिस्थितियां हैं और आनंद नियमित तौर पर उनसे और बेटे अखिल से बात करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह असाधारण स्थिति है, लेकिन हम तकनीक के मदद से लगातार संपर्क में हैं। हम फोन और वीडियो कॉल के जरिए संपर्क में हैं। यह आभासी छुट्टियों की तरह है।’’
अरुणा ने कहा, ‘‘अखिल फोन और वीडियो कॉल पर अपने पिता से बात कर रहा है जिससे उनकी कमी महसूस नहीं हो रही है उसे। आज से स्कूल बंद हो रहे हैं, जिससे अखिल के पास अधिक खाली समय होगा और विशी (आनंद) के संपर्क में रहने का अधिक समय।’’
कोरोना वायरस महामारी का अंतरराष्ट्रीय खेलों पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है और अगले दो हफ्ते में होने वाली अधिकांश प्रतियोगिताओं को या तो रद्द कर दिया गया है या फिर स्थगित। चीन के वुहान शहर से शुरू हुए इस घातक संक्रमण के कारण दुनिया भर में 6,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
(भाषा इनपुट के साथ)