नामांकन की आखिरी तारीख से ठीक 1 दिन पहले एथलीट पीटी उषा ने किया बड़ा एलान, कहा- भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष पद के लिए लड़ेंगी चुनाव
By भाषा | Published: November 26, 2022 09:54 PM2022-11-26T21:54:14+5:302022-11-26T22:06:31+5:30
इस बारे में जानकारी देते हुए पीटी उषा ने एक ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है, ‘‘अपने साथी खिलाड़ियों और राष्ट्रीय महासंघों के समर्थन से मै आईओए अध्यक्ष पद के लिये नामांकन स्वीकार करके और भरकर काफी गौरवान्वित हूं।’’
नई दिल्ली: उड़नपरी पी टी उषा ने शनिवार को भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन भरने का ऐलान करके सभी को चौंका दिया है। यह चुनाव दस दिसंबर को होने वाले है। आपको बता दें कि एशियाई खेलों में 400 मीटर बाधा दौड़ में कई स्वर्ण पदक जीत चुकी और 1984 लॉस एंजिलिस ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही 58 वर्ष की उषा ने ट्वीट करके यह घोषणा की है।
नामांकन को लेकर क्या बोली पी टी उषा, कल है नामांकन की आखिरी तारीख
इस पर पी टी उषा ने ट्वीट कर लिखा है, ‘‘अपने साथी खिलाड़ियों और राष्ट्रीय महासंघों के समर्थन से मै आईओए अध्यक्ष पद के लिये नामांकन स्वीकार करके और भरकर काफी गौरवान्वित हूं ।’’ आपको बता दें कि नामांकन भरने की आखिरी तारीख रविवार है।
आईओए चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने कहा कि शुक्रवार को प्रक्रिया शुरू होने के बाद से अभी तक कोई नामांकन नहीं भरे गए। गौरतलब है कि उषा आईओए के एथलीट आयोग में चुने गए आठ दिग्गज खिलाड़ियों में से एक भी है।
‘पायोली एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर उषा को सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार माना जा रहा है जिसने उन्हें जुलाई में राज्यसभा सदस्य नामित किया था।
पी टी उषा के रिकॉर्ड
एशियाई खेल 1982 से 1994 के बीच में चार स्वर्ण समेत 11 पदक जीत चुकी उषा ने 1986 सियोल एशियाई खेलों में 200 मीटर, 400 मीटर, 400 मीटर बाधा दौड़ और चार गुणा 400 मीटर रिले में स्वर्ण और 100 मीटर में रजत पदक जीते थे। दिल्ली एशियाई खेल 1982 में उन्होंने 100 मीटर और 200 मीटर में पदक जीते थे। इसके अलावा उन्होंने एशियाई चैम्पियनशिप में 14 स्वर्ण समेत 23 पदक जीते हैं ।
वह लॉस एंजिलिस ओलंपिक 1984 में 400 मीटर बाधा दौड़ फाइनल में रोमानिया की क्रिस्टीना कोजोकारू से एक सेकंड के सौंवे हिस्से के अंतर से कांस्य पदक हार गई थी।
आपको बता दें कि उषा अगर चुनाव जीत जाती हैं तो महाराजा यादविंद्र सिंह के बाद आईओए अध्यक्ष बनने वाली पहली खिलाड़ी होंगी जिसने देश का प्रतिनिधित्व किया है। यादविंद्र सिंह ने 1934 में टेस्ट मैच खेला था जो 1938 से 1960 के बीच आईओए अध्यक्ष रहे।
उषा की इस घोषणा से आईओए के कुछ अधिकारी है हैरान
गौरतलब है कि उषा की इस घोषणा से आईओए के कुछ अधिकारी हैरान हैं। वहीं इस पूरे मामले में कोई बयान देना नहीं चाहता लेकिन कह रहे हैं कि आगे की कार्रवाई तय करने के लिए अभी एक दिन का समय है।
हाल ही में अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के चुनाव में पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता और पूर्व गोलकीपर कल्याण चौबे अप्रत्याशित उम्मीदवार के रूप में सामने आए और चुनाव जीता था। आपको बता दें कि आईओए के चुनाव उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त जज (सेवानिवृत) एन नागेश्वर राव की निगरानी में हो रहे हैं।