Asian Games: तीरंदाजी छोड़ शुरू की शूटिंग, अब एशियन गेम्स में देश को दिलाया सिल्वर मेडल
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 20, 2018 12:58 PM2018-08-20T12:58:21+5:302018-08-20T12:58:21+5:30
Asian Games: इंडोनेशिया के जकार्ता मे चल रहे 18वें एशियन गेम्स के पुरुष 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में भारत के दीपक कुमार ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
इंडोनेशिया के जकार्ता मे चल रहे 18वें एशियन गेम्स के पुरुष 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में भारत के दीपक कुमार ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में में 247.7 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहे और देश के लिए पहला सिल्वर मेडल जीता। इससे पहले भारत के बजरंग पूनिया ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था, जबकि अपूर्वी चंदेला और रवि कुमार की जोड़ी ने शूटिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
दीपक के लिए यह मेडल इतना आसान नहीं था, क्योंकि इससे पहले वो तीरंदाजी करते थे, लेकिन चोट के कारण उनको तीरंदाजी छोड़नी पड़ी और फिर उन्होंने शूटिंग में करियर बनाने का सोचा। दीपक तीरंदाजी में नेशनल लेवल पर उतराखंड की ओर से खेल चुके हैं।
बता दें कि दीपक के पिता दिल्ली पर्यटन विभाग में अधिकारी हैं और वो चाहते थे कि उनका बेटा बड़ा होकर 'एक अच्छा इंसान बनें और पैसे का पीछे ना भागे।' इसलिए जब दीपक 11 साल के थे तब उनके पिता ने उन्हें देहरादून में गुरुकुल अकादमी भेज दिया। जहां वो 10 साल तक रहे और योग, वेद और संस्कृत की पढ़ाई की।
दीपक ने पहली बार शूटिंग की शुरुआत तब हुई जब वो जसपाल राणा की शूटिंग अकादमी गए। दीपक बताते हैं कि एक बार मैं जसपाल राणा की शूटिंग अकादमी के पास योग के लिए गया था और यहीं से मुझे शूटिंग में इंट्रेस्ट आया। इसके बाद मैंने इसकी प्रैक्टिस शुरू की। जैसे-जैसे मेरा खेल में सुधार हुआ, स्कूल ने मेरे लिए एक राइफल और पिस्टल खरीदा। मैंने पिस्टल शूटिंग, फिर एयर राइफल में अपना हाथ आजमाया।
27 साल के दीपक बताते हैं कि उनके शूटिंग करियर में बड़ा चेंज तब आया जब उन्होंने इंडियन एयर फोर्स जॉइन किया है। इंडियन एयर फोर्स के कोच मनोज कुमार ने एक अच्छा शूटर बनने में दीपक की काफी मदद की।
दीपक कुमार ने एशियन गेम्स 2018 में सिल्वर मेडल के अलावा 2018 आईएसएसएफ वर्ल्ड कप 10 मीटर एयर राइफल मिक्सड टीम मेहुली घोष के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसके अलावा दीपक ने कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में पुरुष एकल 10 मीटर एयर राइफल ब्रॉन्ज मेडल जीता था।