नई दिल्ली, 7 अगस्त: इंग्लैंड में भारतीय मूल के 9 साल के श्रेयष रॉयल को ब्रिटेन के अप्रवासन कानून के तहत बाहर करने के सरकारी फरमान पर विवाद छिड़ गया है। ब्रिटेन के सबसे बड़े खिलाड़ी के तौर पर देखे जा रहे श्रेयष अपने उम्र में वर्ल्ड रैकिंग में चौथे नंबर पर हैं। हालांकि, अब उन्हें ब्रिटेन छोड़ना पड़ेगा क्योंकि उनके पिता का वर्क वीजा रिन्यू नहीं कराया जा सकता। दरअसल, श्रेयष के पिता की सलाना कमाई 120,000 पाउंड से कम है और वर्क वीजा को रिन्यू करने के लिए इतनी कमाई जरूरी है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार 9 साल के श्रेयष तीन साल के थे, जब वे ब्रिटेन आये थे। श्रेयष के इंग्लैंड छोड़ने की खबरों को लेकर सोशल मीडिया पर खूब विरोध हो रहा है। इंग्लैंड के कई लोगों का मत है कि ब्रिटन के लिहाज से ये 'बकवास' फैसला है क्योंकि कई लोग ब्रिटन में इतनी कमाई नहीं करते जिसकी बात कही जा रही है।
लेबर पार्टी के सांसद और पूर्व जूनियर चेस चैम्पियन रैचेल रीव्स ने ब्रिटेन के गृह मंत्रालय से गुजारिश की है कि श्रेयष को इंग्लैंड में रहने दिया जाये। साख ही ग्रीनवीच एंड वूलवीच के सांसद मैथ्यू पेनीकूक ने भी दो कैबिनेट मंत्रियों को चिट्ठी लिखकर श्रेयष को रोकने की बात कही है।
इंग्लैंड के चेस फेडरेशन ने भी गृह सचिन साजिद जाविद से श्रेयष रॉयल को ब्रिटेन में रहने देने की बात कही है। कुछ लोग तो भारत के मंत्रियों से इस मामले में हस्तक्षेप की बात कर रहे हैं।
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