पुण्यतिथि विशेष : जानिये मराठा वीर योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में 6 अनसुनी बातें
By उस्मान | Published: April 3, 2019 07:33 AM2019-04-03T07:33:54+5:302019-04-03T07:33:54+5:30
Shivaji Maharaj Death Anniversary 2019: विद्वानों के अनुसार, उनकी मृत्यु बीमार पड़ने से हुई थी। उनकी मौत को लेकर कुछ मिथक भी हैं जिसमें बताया गया है कि शिवाजी एक मुस्लिम शासक के साथ लड़ाई में मारे गए थे।
मराठा वीर योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 1630 में हुआ था। उन्हें शिवाजी राजे भोसले के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने 1674 पश्चिम बंगाल में मराठा साम्राज्य की नींव रखी। आज ही के दिन लगभग 338 साल पहले (03अप्रैल,1680) में उनकी मौत हो गई थी। शिवाजी की मराठा नेवी ने कई विदेशी रियासतों से युद्ध में जीत हासिल की थी, जिसमें मुगल भी शामिल थे। शिवाजी की 339वीं पुण्यतिथि पर हम आपको उनसे जुड़े कुछ ऐसे तथ्यों की जानकारी दे रहे हैं, जिन्हें आपने शायद ही पहले सुना हो।
1) ऐसा कहा जाता है कि शिवाजी की मृत्यु हनुमान जयंती की शाम को हुई थी। विद्वानों के अनुसार, उनकी मृत्यु बीमार पड़ने से हुई थी। उनकी मौत को लेकर कुछ मिथक भी हैं जिसमें बताया गया है कि शिवाजी एक मुस्लिम शासक के साथ लड़ाई में मारे गए थे। शिवाजी की मौत से जुड़ी एक और अफवाह है कि उनकी दूसरी पत्नी सोयराबाई भोसले ने उन्हें ज़हर देकर मारा था, जिससे उनका 10 साल का पुत्र राजाराम शिवाजी के साम्राज्य का उत्तराधिकारी बन सके।
2) कुछ लोगों का मानना है कि शिवाजी का नाम भगवान शिव के नाम के आधार पर रखा गया था लेकिन विद्वानों का ऐसा मानना है कि उनका नाम क्षेत्रीय देवी शिवाई के नाम पर रखा गया था।
3) शिवाजी को बहुत ज्यादा लिखना-पढ़ना नहीं आता था, बावजूद इसके उन्हें महाभारत और रामायण जैसे धार्मिक ग्रंथो की पूरी जानकारी थी।
4) शिवाजी बचकर निकलने में माहिर थे। वह एक बार मिठाई और फलों के बक्से के अंदर बेटे के साथ छिपकर भाग गए थे। एक बार भागने के लिए उन्होंने साधु का वेश धारण कर लिया था। सिद्दी जौहर की सेना द्वारा पन्हाला किले में फंसने पर उन्होंने पालकी में भागने की योजना बना ली थी।
5) शिवाजी एक धर्मनिरपेक्ष राजा थे और उनकी सेना में 1,50,000 मुस्लिम थे। शिवाजी के साम्राज्य में महिलाओं से जुड़े किसी भी अपराध को लेकर कड़े नियम थे।
6) शिवाजी को भारतीय वायुसेना का जनक भी माना जाता है। वो पहले व्यक्ती थे, जिन्हें नौसेना की ताकत का एहसास हुआ था और बाद में उन्होंने एक नौसेना की स्थापना भी की थी। शिवाजी ने जयगड़, विजयदुर्ग और सिंधुदुर्ग जैसे किले भी बनवाए थे, जो बाहरी सेना से बचाव में मदद करते थे।