आम आदमी का बिजली बिल कैसे कम किया जा सकता है? राज्य के उद्योग-धंधों को बिजली मिलती तो है, लेकिन उससे कई लोगों को परेशानी होती है. किसानों को केवल रात को बिजली मिलती है. उन्हें दिन में बिजली कैसे दी जा सकती है और राज्य की बिजली नीति तैयार करने जैसे विविध मुद्दों पर लोकमत समूह के एडिटोरियल बोर्ड के चेयरमैन व राज्यसभा के पूर्व सांसद विजय दर्डा, ऊर्जा मंत्री नितिन राऊत और पूर्व मंत्री सतीश चतुर्वेदी के बीच शुक्रवार को विस्तार से चर्चा हुई.
यवतमाल स्थानीय स्वराज्य संस्था निर्वाचन क्षेत्र से बड़े अंतर से विजयी दुष्यंत चतुर्वेदी ने शुक्रवार को विधानभवन में विधान परिषद की सदस्यता की शपथ ली. उसके बाद वह राज्यसभा के पूर्व सांसद विजय दर्डा का आशीर्वाद लेने के लिए मुंबई स्थित लोकमत के कार्पोरेट कार्यालय में आए थे.
इस अवसर पर पूर्व विधायक कीर्ति गांधी, नितिन राऊत के बेटे और महाराष्ट्र युवक कांग्रेस के उपाध्यक्ष कुणाल राऊत, लोकमत समूह के प्रबंध संचालक देवेंद्र दर्डा आदि मान्यवर उपस्थित थे. दुष्यंत ने इस मौके पर कहा कि पूर्व सांसद विजय दर्डा यवतमाल का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं, इसीलिए वह उनसे मिलने खासतौर पर आए हुए हैं. राज्य में तीन दलों की महाविकास आघाड़ी की सरकार है.
उस सरकार के कामकाज और राज्य की राजनीतिक परिस्थिति पर भी इस अवसर पर चर्चा हुई. राज्य में, खासतौर पर विदर्भ में कांग्रेस को और अधिक मजबूत करने की रणनीति पर भी मान्यवरों के बीच विचार मंथन हुआ. महाराष्ट्र के विकास के विविध मुद्दे भी चर्चा के केंद्र में रहे. राज्य में बिजली की नीति तय करने के विषय पर इस दौरान विचारों का आदान-प्रदान हुआ.