महाराष्ट्र चुनाव: एनसीपी को झटका, दो सीटों पर रेस से 'बाहर', एक उम्मीदवार फॉर्म 5 मिनट देरी से पहुंचने पर अयोग्य घोषित
By अभिषेक पाण्डेय | Updated: October 6, 2019 14:07 IST2019-10-06T14:07:55+5:302019-10-06T14:07:55+5:30
NCP: शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी को आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में पुणे की दो सीटों चिंचवाड़ और भोसारी से रेस से बाहर होना पड़ा है

एनसीपी चिंचवाड़, भोसारी से नहीं उतार पाई उम्मीदवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में पुणे की चिंचवाड़ और भोसारी सीटों से रेस से बाहर हो गई है, क्योंकि वह इन दोनों ही सीटों पर अपने आधिकारिक उम्मीदवारों को उतारने में असफल रही।
हालांकि पार्टी का दावा है कि उसने जानबूझकर भोसारी से अपना आधिकारिक उम्मीदवार नहीं उतारा है, क्योंकि यह उसकी इस सीट से बीजेपी को हराने की रणनीति का हिस्सा है।
चिंचवाड़ से एनसीबी उम्मीदवार अयोग्य घोषित
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी को शनिवार को तब शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा जब चिंचवाड़ से लड़ने जा रहे उसके कॉर्पोरेटर प्रशांत शितोले को पिंपरी-चिंचवाड़ के चुनाव अधिकारियों ने अयोग्य करार दिया। चुनाव अधिकारियों ने कहा कि शीतोले का एबी फॉर्म (पार्टी द्वारा दिया गया) शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने की 3 बजे की समयसीमा के बाद पहुंचा था।
शीतोले ने कहा कि वह नहीं जानते कि देर कैसे हुई। उन्होंने कहा, 'मुझसे अजीत पवार द्वारा पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार के तौर पर अपना पर्चा दाखिल करने के लिए कहा गया था। लेकिन मुझे अब पता चला है कि मुझे चुनाव अधिकारी के पास एबी फॉर्म ना पहुंचने की वजह से अयोग्य करार दिया गया है। मुझे नहीं पता कि ऐसा क्यों हुआ। मैं पवार से बात करूंगा...लेकिन उनसे बात करने से पहले कुछ नहीं कहूंगा।'
एनसीपी के पिंपरी-चिचंवाड़ यूनिट के अध्यक्ष संजोग वाघारे ने कहा कि पार्टी का एबी फॉर्म चुनाव कार्यालय पांच मिनट की देरी से पहुंचा। उन्होंने कहा, 'बारिश और ट्रैफिक जाम के कारण हम समय पर चुनाव कार्यालय नहीं पहुंच सके। लेकिन हमने स्थानीय चुनाव अधिकारी के फैसले के खिलाफ जिला कलेक्ट्रेट में अपील की है।'
वाघारे ने कहा कि इस बारे में फैसला सोमवार को लिया जाएगा कि चिंचवाड़ सीट पर किस नेता का समर्थन करना है। जब पूछा गया कि क्या एनसीबी शिवसेना नेता राहुल कालाटे का समर्थन करेगी, जिन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा है। वाघारे ने कहा कि अंतिम फैसला एक-दो दिन में लिया जाएगा। इस बात की संभावना है कि सभी विपक्षी पार्टियां चिंचवाड़ से बीजेपी के उम्मीदवार लक्ष्मण जगताप को हराने के लिए हाथ मिला सकती हैं।
लेकिन शितोले का कहना है कि वह जगताप को टक्कर देने के लिए बेहतर स्थिति में थे। उन्होंने कहा, उनके मुख्य वोटर्स सांगवी और पिंपल गुराव से हैं। मैं भी इन इलाकों में लोकप्रिय हूं। एनसीपी ने जगताप के खिलाफ मजबूत उम्मीदवार उतारने का मौका गंवा दिया।
एनसीपी नेता योगेश बहल ने पुष्टि की है कि पार्टी के कई शीर्ष नेताओं ने जगताप के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने से मना किया था।
भोसारी में एनसीपी कर रही निर्दलीय उम्मीदवार का समर्थन
वहीं वाघारे ने कहा कि भोसारी सीट से एनसीपी ने विकास लांडे को समर्थन दिया है, जिन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल किया है। उन्होंने कहा, 'भोसारी में बीजेपी और शिवसेना के कई नेताओं ने किसी उम्मीदवार के निर्दलीय लड़ने पर उसे समर्थन का भरोसा दिलाया है। इसलिए हमने यहां से अपना उम्मीदवार उतारने के बजाय एक निर्दलीय विधायक को समर्थन देने का फैसला किया है। ये हमारी पार्टी की रणनीति का हिस्सा है।'
वहीं निर्दलीय के तौर पर पर्चा दाखिल करने वाले एनसीपी कॉर्पोरेटर दत्ता साने ने कहा कि पार्टी ने उन्हें शुक्रवार को दोपहर 1 बजे तक अंधेरे में रखा। उन्होंने कहा, मेरे पास निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल करने के अलावा कोई चारा नहीं था। उन्होंने मुझसे आखिरी मिनटों में संपर्क किया, इसलिए मैंने पार्टी के टिकट पर लड़ने से मना कर दिया। लांडे और साने भोसारी विधानसभा सीट से बीजेपी के महेश लांडगे को टक्कर देंगे।
एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि पार्टी इन दोनों सीटों पर लड़ना जारी रखेगी। उन्होंने कहा, 'तस्वीर दो दिन में साफ हो जाएगी। हम निश्चित तौर पर इन सीटों पर लड़ेंगे, लेकिन हम पेपर की जांच के खत्म होने का इंतजार करेंगे।'