Maharashtra Assembly Election 2019: इन विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी के उम्मीदवार तय, कांग्रेस में रस्साकशी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 14, 2019 11:56 AM2019-09-14T11:56:27+5:302019-09-14T11:56:27+5:30
राजनीतिक सूत्रों की मानें तो कांग्रेस-राकांपा की ओर से पूर्व विधायक दिलीप कुमार सानंदा का टिकट लगभग तय है. दूसरी ओर वंचित बहुजन आघाड़ी का उम्मीदवार भी तय नहीं है. हो सकता है भारिपा-बमसं फिर से अशोक सोनोने को ही मैदान में उतारे.
मोहम्मद रियाज
बुलढाणा जिले के खामगांव, मलकापुर और जलगांव जामोद विधानसभा क्षेत्र के लिए भाजपा के विद्यमान विधायकों को उम्मीदवारी देना लगभग तय हो चुका है, वहीं कांग्रेस, वंचित बहुजन आघाड़ी के इच्छुक उम्मीदवारों में रस्साकशी जारी है.
भाजपा द्वारा खामगांव, जलगांव जामोद, मलकापुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में जोर-शोर से विकास कार्यो का भूमिपूजन कर अप्रत्यक्ष रूप से प्रचार किया जा रहा है. मलकापुर के विद्यमान भाजपा विधायक चैनसुख संचेती, जलगांव जामोद के डॉ. संजय कुटे, खामगांव के अधि. आकाश फुंडकर को टिकट मिलना लगभग तय है.
वहीं, कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के उम्मीदवारों के बारे में पार्टी में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. यही हाल वंचित बहुजन आघाड़ी का है. खुलेतौर पर तीनों प्रमुख पार्टियों (कांग्रेस, राकांपा और भारिपा) के संभावित उम्मीदवार दमखम के साथ चुनाव की तैयारी करते दिखाई नहीं दे रहे हैं.
खामगांव में जहां भाजपा से अधि. आकाश फुंडकर को पुन: टिकट मिलना तय है,वहीं कांग्रेस से दिलीपकुमार सानंदा टिकट के प्रबल दावेदार माने जाते हैं. हालांकि टिकट के लिए सानंदा के सामने कोई मजबूत चुनौती देनेवाला नहीं है, लेकिन मैदान में सेवादल जिला कांग्रेस के अध्यक्ष तेजेंद्रसिंह चौहान उतरने को बेताब नजर आ रहे हैं.
उन्होंने कांग्रेस से टिकट मांगा है. तेजेंद्रसिंह चव्हाण ने तो खुले तौर पर ‘हम भी हैं दौड़ में’ का डिजिटल स्लोगन शहर के मुख्य चौराहे पर लगाकर उम्मीदवारी का दावा किया है. वहीं धनंजय देशमुख के अंदरूनी तौर पर टिकट के लिए प्रयास करने की चर्चा भी हो रही है.
राजनीतिक सूत्रों की मानें तो कांग्रेस-राकांपा की ओर से पूर्व विधायक दिलीप कुमार सानंदा का टिकट लगभग तय है. दूसरी ओर वंचित बहुजन आघाड़ी का उम्मीदवार भी तय नहीं है. हो सकता है भारिपा-बमसं फिर से अशोक सोनोने को ही मैदान में उतारे. यहां भारिपा-बमसं अकेले लड़ेगा या वंचित का उम्मीदवार होगा यह समय ही बताएगा.
मलकापुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की बात करें, तो भाजपा से विद्यमान विधायक चैनसुख संचेती का टिकट पक्का है. मलकापुर से विजय गव्हाड़ ने उम्मीदवारी के लिए आवेदन मांगा था. बताया जा रहा है कि, उन्हें इच्छुक उम्मीदवारी का आवेदन भी नहीं मिला है. उन पर अन्य पार्टियों का काम किए जाने का आरोप लगाया गया.
कांग्रेस पार्टी की बात करें, तो नगराध्यक्ष हरीश रावल, नांदुरा के पूर्व नगराध्यक्ष राजेश एकड़े, जिला परिषद सदस्य बलदेवराव चोपड़े, पूर्व नगराध्यक्ष हाजी रशीदखां जमादार, अधि. माजिद कुरैशी, पार्षद राजू पाटिल, नांदुरा के सेवानिवृत्त मुख्याध्यापक गजानन बावस्कर ने उम्मीदवारी मांगी है. कांग्रेस की उम्मीदवारी के लिए हरीश रावल, राजेश एकड़े एवं बलदेवराव चोपड़े के बीच रस्साकशी जारी है. मलकापुर विधानसभा क्षेत्र के लिए अहम् बात यह है कि- पिछले 25 वर्षो में पहली बार भाजपा से विजय गव्हाड़ के रूप में किसी ने उम्मीदवारी मांगने की कोशिश की है.
जलगांव जामोद में पिछले 3 टर्म से डॉ. संजय कुटे विधायक हैं. पार्टी पर उनकी मजबूत पकड़ की वजह से उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. उनका टिकट तय है.
दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से पणन महासंघ उपाध्यक्ष प्रसेनजीत पाटिल, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष पूर्व नगराध्यक्ष स्वाति वाकेकर, महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योतिताई ढोकणो, प्रदेश प्रतिनिधि रमेशचंद्र घोलप तथा पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष प्रकाश पाटिल ने उम्मीदवारी मांगी है. वहीं वंचित बहुजन आघाड़ी की ओर से भारिपा-बमसं के चेतन घिवे मैदान में उतर सकते हैं.
कुल मिलाकर भाजपा की उम्मीदवारी विद्यमान विधायकों के लिए तय हो चुकी है, लेकिन कांग्रेस, वंचित बहुजन आघाड़ी की उम्मीदवारी अभी घोषित होना बाकी है.