मंत्री के फोन न उठाने पर महाराष्ट्र में जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर निलंबित, जानिए क्या है कारण
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 5, 2020 06:36 PM2020-02-05T18:36:55+5:302020-02-05T18:37:53+5:30
डॉक्टर उस समय जूनियर रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर के रूप में दुर्घटना कक्ष में ड्यूटी पर थे। चूंकि एक ही समय में छह रोगियों की हालत गंभीर थी, इसलिए डॉक्टरों के लिए उनका इलाज करना मुश्किल था।
यवतमाल के यवतमाल के वसंतराव नाइक गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक जूनियर डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया है। डॉक्टर पर आरोप है कि उन्होंने उद्धव सरकार में एक मंत्री से फोन न उठाया। डॉक्टर ने मंत्री से बात नहीं की। यह घटना सोमवार (3 फरवरी) को शाम 7.30 बजे हुई।
डॉक्टर उस समय जूनियर रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर के रूप में दुर्घटना कक्ष में ड्यूटी पर थे। चूंकि एक ही समय में छह रोगियों की हालत गंभीर थी, इसलिए डॉक्टरों के लिए उनका इलाज करना मुश्किल था। उसी समय एक मरीज के रिश्तेदार ने कहा कि पहले आप इस मरीज का इलाज कीजिए। मेरे पास मंत्री जी की चिट्टी है।
रिश्तेदार ने इलाज कर रहे डॉक्टर से कहा कि 'आपके के लिए भाऊ (मंत्री जी) का फोन है'। डॉक्टर ने कहा कि अभी मैं मरीज का इलाज कर रहा हूं, आपके भाऊ से बाद में बात कर लूंगा। जूनियर डॉक्टर और रिश्तेदार के बीच क्या बात हुई, मंत्री जी ने सुन लिया। स्पीकर ऑन होने के कारण मरीज के रिश्तेदारों और डॉक्टर के बीच जो बातचीत हो रही थी भाऊ (मंत्री जी) ने सुन ली।
इसके बाद, ड्यूटी को प्राथमिकता देने वाले चिकित्सा अधिकारी को अगले छह महीने के लिए पत्र सीधे निलंबित कर दिया गया। इसे देखकर रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर हैरान रह गए। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी बड़ी सजा बिना किसी गलती के सिर्फ एक फोन कॉल न उठा सकने के कारण हुआ। इस घटना के बाद से डॉक्टर सदमे में है।