Coronavirus: महाराष्ट्र में 25 लाख ट्रिपल लेयर मास्क की जरूरत, डॉक्टरों के लिए चाहिए 96 हजार सुरक्षित पोशाक
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 25, 2020 07:50 AM2020-03-25T07:50:20+5:302020-03-25T07:50:20+5:30
Coronavirus: फिलहाल राज्य के 18 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 540 तथा 28 निजी मेडिकल कॉलेजों में 558 वेंटीलेटर हैैं. इनमें से 98 वेटीलेटर कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए आरक्षित रखे गए हैैं.
अतुल कुलकर्णी
मुंबई: राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार करने के लिए डॉक्टरों को पूरी सुरक्षा देने वाली पोषाक अर्थात पीपी किट पहननी पड़ती है. वर्तमान आपातकालीन स्थिति में राज्य में इस तरह की 96,720 पोषाक और कुल 25 लाख ट्रिपल लेयर मास्क की जरूरत है. राज्य के चिकित्सा शिक्षा संचालक डॉ. तात्याराव लहाने ने 'लोकमत समाचार' से बातचीत में यह जानकारी दी.
यह पूछे जाने पर कि परिस्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई तो अपनी कितनी तैयारी है? डॉ. लहाने ने कहा कि कोरोना के मरीज बढ़े तो उनको अस्पताल में भर्ती कराना पड़ेगा. उनको पूरी तरह से आइसोलेट करना पड़ेगा. वेंटिलेटर, आईसीयू की जरूरत पड़ेगी. इन मरीजों को अन्य सामान्य मरीजों के साथ नहीं रखा जा सकता. ऐसे में पूरी अलग व्यवस्था और यंत्रणरा तैयार करनी पड़ेगी. हमने यह सब तैयारी कर ली है. आज सरकार के 18 मेडिकल कॉलेजों में 402 और निजी मेडिकल कॉलेजों में 575 कुल 977 'आइसोलेशन बेड' तैयार हैैं. इसके अलावा राज्य के अनेक निजी व ट्रस्ट के हॉस्पिटलों ने भी व्यवस्था की है.
पुणे व मुंबई में 700-700 कुल 1400, जी. टी. और सेंट जॉर्ज को मिलाकर 600, जलगांव, बारामती को छोड़कर प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में 70 से 100 बेड, इस तरह 14 कॉलेजों में 1200 'आइसोलेशन बेड' तैयार करने का काम अंतिम चरण में है. पुणे में 50, मुंबई में 70 आईसीयू के बेड तैयार किए गए हैैं.
जांच केंद्र बढ़ाए: फिलहाल राज्य में कस्तूरबा हॉस्पिटल, केईएम हॉस्पिटल, नागपुर और पुणे में एनआईए में कोरोना संदिग्धों के नमृूनों की जांच हो रही है. यहां 24 घंटों में 1900 मरीजों के स्वैब की जांच हो रही है. इसके अलावा जे. जे. मेडिकल कॉलेज, हाफकिन और बीजे मेडिकल कॉलेज में भी जांच केंद्र शुरू किए जा रहे हैं. हर कंेेद्र में 200-200 जांच होंगी.
इन केेंद्रों में अगले छह दिनों में रोजाना 800 जांच होंगी. 27 मार्च तक नागपुर में और एक जांच केंद्र शुरू किया जाएगा. इस केेंद्र में रोज 200 जांच होंगी. अकोला, धुलिया, औरंगाबाद, सोलापुर, मिरज में भी रोज 100 जांच हो सकती हैैं. ये जांच केंद्र चार से पांच दिनों में कार्यान्वित होंगे.
राज्य में 1098 वेंटीलेटर: फिलहाल राज्य के 18 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 540 तथा 28 निजी मेडिकल कॉलेजों में 558 वेंटीलेटर हैैं. इनमें से 98 वेटीलेटर कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए आरक्षित रखे गए हैैं. 100 और वेंटीलेटर की मांग की गई है. वे जल्द ही आ जाएंगे.
ये सामग्री मंगाई: डॉ. लहाने ने कहा कि हमारे पास 8445 'एन 95' मास्क उपलब्ध हैैं. ट्रिपल लेयर मास्क 4, 26, 700 और डॉक्टरों के लिए पीपी एचआईवी किट 14, 365 हैैं. हमने 1, 26, 000 'एन 95' मास्क, 25, 05, 000 ट्रिपल लेयर मास्क, डॉक्टरों के लिए आवश्यक 96, 720 पीपी एचआईवी किट (पोषाक) व 57, 750 अल्कोहोल बेस्ड सैनेटाइजर, एक लाख एंटीसेप्टिक बोतलों, 100 वेंटीलेटर और 100 मॉनिटर की मांग दर्ज कराई है. यह सब सामग्री जल्द ही उपलब्ध हो जाएगी. कोरोना के मरीज और बढ़े तो यह सामग्री 15 दिनों में मंगाई जाएगी.