Coronavirus: महाराष्ट्र में तैयार हैैं 29,992 क्वारंटाइन बेड, दावा- वेंटिलेटर भी भरपूर संख्या में
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 2, 2020 07:17 AM2020-04-02T07:17:05+5:302020-04-02T07:17:20+5:30
महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा संचालक डॉ. तात्याराव लहाने ने स्पष्ट किया है कि कोरोना से निपटने के लिए दो-तीन दिन में वीडियो कॉन्फ्रेेंसिंग के जरिये प्रशिक्षण दिया गया है.
अतुल कुलकर्णी
मुंबई: राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों को देखते हुए सरकार ने 29,992 क्वारंटाइन बेड तैयार किए हैं. साथ ही 46,59,063 ट्रिपल लेयर मास्क तैयार रखे गए हैं. जिस पीपीई किट को लेकर राज्यभर में हो-हल्ला मचा हुआ है वह भी भरपूर हैैं. लेकिन इनमें से कौन सी वस्तु कहां उपयोग में लाई जानी है, इसको लेकर संभ्रम बना हुआ था.
राज्य के चिकित्सा शिक्षा संचालक डॉ. तात्याराव लहाने ने स्पष्ट किया है कि इसके लिए दो-तीन दिन में वीडियो कॉन्फ्रेेंसिंग के जरिये प्रशिक्षण दिया गया है. कोरोना के रोगी जिस वॉर्ड में हैैं वहां अथवा आईसीयू में जाते समय ही पूर्ण ढंका हुआ सूट उपयोग मं लाया जाता है. उसको पीपीई किट कहा जाता है. जो मास्क पहने जाते हैैं उनको 'एन 95 मास्क' कहा जाता है.
यह मास्क भर्ती हुए मरीजों की जांच के दौरान उपयोग में लाया जाता है. जहां बुखार वाले मरीज नहीं हैैं वहां थ्री लेयर मास्क का उपयोग करने की सलाह दी गई है. आईसीएमआर के गाइड लाइन केंद्र ने सारे देश में यह जानकारी दी है. डॉ. लहाने के बताया कि फिलहाल हमारे पास वेंटिलेटर भी भरपूर संख्या में हैैं. चिकित्सा शिक्षा विभाग के 18 चिकित्सा शिक्षा विभागों में 222 और सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के पास 1143 वेंटिलेटर हैैं.
इसके अलावा महात्मा ज्योतिबा फुले योजना अंतर्गत जो हॉस्पिटल सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग से जोड़े गए हैैं उनके पास भी 1,698 वेंटिलेटर हैैं. उन्होंने बताया कि जब से कोरोना के मरीज आ रहे हैैं तब से मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में 20 तथा पुणे के नायडू हॉस्पिटल में 10 वेंटिलेटर चालू हैैं. अब तक के आंकड़ों के अनुसार 100 मरीजों में से 6 मरीजों के लिए वेंटिलेटर की जरूरत पड़ रही है. हमारे पास 3,063 वेंटिलेटर हैैं, जो पर्याप्त हैैं.