कोरोना वायरस लॉकडाउन: टैंकर ड्राइवरों के हाथों पर जबरन लगा रहे होम क्वारेंटाइन के ठप्पे, पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति प्रभावित
By आनंद शर्मा | Published: April 4, 2020 06:14 PM2020-04-04T18:14:50+5:302020-04-04T18:14:50+5:30
महाराष्ट्र के नागपुर में पुलिस के सख्ती के चलते पिछले 8 दिनों से पेट्रोल डीजल की आपूर्ति प्रभावित हो रही है.
नागपुर : कोरोना संकट के बीच पेट्रोल-डीजल सहित अन्य जीवनावश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए जहां एक ओर रेलवे स्टाफ जी-जान से काम कर रहा है, वहीं सड़क मार्ग से इन वस्तुओं को पहुंचाने में ट्रक/टैंकर के ड्राइवर भी काफी मेहनत कर रहे हैं. इस सबके बीच, यह जानकारी सामने आई है कि अब पेट्रोल/डीजल के टैंकर चालकों को गांवों में ही अटकाया जा रहा है. इसके लिए उनके हाथों पर जबरन ह्यहोम क्वारेंटाइनह्ण के ठप्पे लगाए जा रहे हैं.
यह सिलसिला पिछले आठ दिनों से जारी है. इससे पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति के लिए ड्राइवर नहीं मिलने से इसकी आपूर्ति नागपुर शहर में प्रभावित हो रहा है. परिणामस्वरूप आगामी दिनों वाहन चालकों को पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल/डीजल शायद ही मिल सके. इसकी शुरूआत भी हो चुकी है और शहर के कुछ पेट्रोल पंपों पर ह्यनो स्टॉकह्ण के बोर्ड चस्पा होने लगे हैं.
टैंकर चालकों के हाथों पर होम क्वारेंटाइन के ठप्पे लगाकर उन्हें गांवों में ही रोककर रखे जाने के बारे में विदर्भ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (वीपीडीए) की ओर से संभाग प्रशासन और प्रादेशिक परिवहन अधिकारी कार्यालय को सूचना देकर इसका हल निकालने की मांग की गई है. लेकिन ऐसा लग रहा है कि प्रशासन खुद ही ह्यलॉक डाउनह्ण हो गया है. अब तक प्रशासन की ओर से इस समस्या का कोई हल नहीं निकाले जाने से पेट्रोल पंप डीलरों की भी चिंता बढ़ने लगी है. वीपीडीए के अध्यक्ष अमित गुप्ता का कहना है कि पेट्रोल/डीजल के टैंकर चलाने के लिए ड्राइवरों कमी महसूस होने से इनकी शहर में आपूर्ति भी प्रभावित होने लगी है.
गांवों में जाने पर रोक लेते हैं लोग
विदर्भ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित गुप्ता का कहना है कि कोरोना संकट के बीच पेट्रोल/डीजल की निरंतर आपूर्ति के लिए पंप मालिक और ट्रांसपोर्टर अपने टैंकर डिपो में भेज रहे हैं. यहां से पेट्रोल/डीजल भरवाकर इनकी आपूर्ति शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के पंपों में की जा रही है.
हालांकि, डिपो से एक दिन आड़ से आपूर्ति होने से भंडारा, गोंदिया और नागपुर ग्रामीण में रहने वाले टैंकर चालक परेशानी में हैं. एक दिन नागपुर में कहां बिताएंगे ? क्या खाएंगे-पीयेंगे? यह समस्या उन्हें सता रही है. ऐसे में कई टैंकर चालक इस एक दिन के लिए वापस अपने गांव चले जाते हैं. लेकिन देखने में आया है कि खासतौर पर गोंदिया, भंडारा और नागपुर ग्रामीण क्षेत्र के सरपंच व अन्य नागरिक इन टैंकर चालकों को पकड़कर उनके हाथों पर होम क्वारेंटाइन के ठप्पे लगा रहे हैं.
साथ ही उन्हें यह भी धमकी दी जा रही है कि वे ड्राइवरों के घरों पर भी होम क्वारंटाइन के स्टीकर्स चिपका देंगे, ताकि कोई घर से बाहर न निकल पाए. इसकी शिकायत वीपीडीए ने संभाग प्रशासन और प्रादेशिक परिवहन अधिकारी कार्यालय से की है. लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है.
संबंधित सरपंचों पर हो कार्रवाई : वीपीडीए
गोंदिया, भंडारा और नागपुर ग्रामीण में जाने वाले टैंकर चालकों के हाथों पर होम क्वारेंटाइन के ठप्पे लगाकर उन्हें गांव में रोककर रखने में स्थानीय संबंधित सरपंचों का भी हाथ होने का आरोप वीपीडीए के अध्यक्ष अमित गुप्ता ने लगाया है. उनका यह भी कहना है कि इस मामले में दोषी संबंधित सरपंचों पर प्रशासन की ओर से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि जीवनावश्यक वस्तुओं के साथ ही पेट्रोल/डीजल की आपूर्ति सुचारू रूप से होती रहे.