महाराष्ट्र में अनिल देशमुख का पद पूरी तरह से सुरक्षित, जानिए शरद पवार से मुलाकात के क्या हैं मायने
By हरीश गुप्ता | Published: March 20, 2021 01:21 PM2021-03-20T13:21:03+5:302021-03-20T13:21:03+5:30
मुकेश अंबानी के घर एंटीलिआ के पास विस्फोटक से भरी गाड़ी मिलने और फिर मनसुख हीरेन की मौत के बाद महाराष्ट्र में राजनीति भी चरम पर है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार अनिल देशमुख की कुर्सी अभी सुरक्षित है।
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की अटकलों के बीच राकांपा और शिवसेना के उच्चपदस्थ सूत्रों ने साफ कर दिया है कि वह पूरी तरह से सुरक्षित हैं. देशमुख को राकांपा प्रमुख शरद पवार द्वारा राजधानी बुलाए जाने से अफवाहों का बाजार गर्म हो गया था.
देशमुख ने शुक्रवार को जनपथ स्थित पवार के आवास पर उनसे लंबी चर्चा की. बैठक से बाहर आने के बाद देशमुख ने संवाददाताओं से कहा, ''पवार साहब को मामले के संबंध में मुंबई की गतिविधियों की ताजा जानकारी से अवगत कराया.''
सवाल जारी रहने पर देशमुख ने कहा कि एनआईए और एटीएस (महाराष्ट्र) क्रमश: मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिले विस्फोटकों से लदे वाहन और मनसुख हीरेन की मौत के मामलों की गहन जांच कर रहे हैं. देशमुख ने केंद्र की एनआईए जांच के प्रति सहमति सी दिखाते हुए कहा कि राज्य सरकार एनआईए को जांच में पूरा सहयोग कर रही है.
देशमुख का यह रूख रोचक तौर पर सहयोगी दल शिवसेना से पूरी तरह अलग रहा, जो एनआईए जांच को राज्य के मामलों में हस्तक्षेप करार दे रही है.
शरद पवार से क्यों मिले अनिल देशमुख?
राकांपा के सूत्रों ने लोकमत समाचार को बताया कि पवार अपनी पार्टी के देशमुख से कुछ मुद्दों पर बात करना चाहते थे. संसद सत्र में मौजूदगी और मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पवार ने सीधी मुलाकात के लिए देशमुख को दिल्ली बुला लेना ही बेहतर समझा.
राकांपा के इन्हीं सूत्रों के मुताबिक देशमुख के इस्तीफे से कोई राजनीतिक लाभ नहीं होगा, बल्कि यह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शिवसेना के पीछे पड़ी भाजपा को बेवजह राजनीतिक गोलाबारूद उपलब्ध करा देगा.
महाराष्ट्र के मामले पर अभी बीजेपी का भी ज्यादा ध्यान नहीं
संपर्क साधे जाने पर शिवसेना नेता संजय राऊत ने लोकमत समाचार से कहा कि पवार-देशमुख की बैठक पर ज्यादा चर्चा की जरूरत नहीं है क्योंकि यह उनका 'अंदरूनी मामला' है. भाजपा के भी सूत्रों का कहना है कि फिलहाल पार्टी का पूरा ध्यान प. बंगाल के विधानसभा चुनावों पर केंद्रित है.
इस वजह से पार्टी को अगले कुछ हफ्ते तो महाराष्ट्र के मुद्दे को लेकर कोई जल्दी नहीं है. गृहमंत्री अमित शाह के करीबी समझे जाने वाले भाजपा के एक शीर्ष नेता ने कहा, ''एनआईए पेशेवर तरीके से काम कर रही है और हत्या और फिरौती के घिनौने अपराध में लिप्त असली चेहरे जल्द बेनकाब होंगे.''