Madhya Pradesh Assembly Election 2023: 230 में से 205 विधायक हैं करोड़पति, 144 भाजपा के और 61 विधायक कांग्रेस से
By आकाश चौरसिया | Published: December 6, 2023 05:45 PM2023-12-06T17:45:26+5:302023-12-06T18:03:37+5:30
एडीआर रिपोर्ट के अनुसार, 230 में से 90 विधायकों में से 51 भाजपा के हैं, जबकि 38 कांग्रेस से ताल्लुक रखते हैं और एक विधायक भारतीय आदिवासी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर लड़कर आये हैं। इनपर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए चुनकर आये नये 230 विधायकों में से 90 पर क्रिमिनल केस चल रहा है। इस बात का उजागर एडीआर रिपोर्ट में हुआ है। एडीआर रिपोर्ट की मानें तो इन सभी ने चुनाव से पहले नामांकन में दिए हलफनामे में बताया है कि उनके ऊपर क्रिमिनल मामले दर्ज हैं। वहीं, 230 में से 34 विधायक यानी 15 फीसदी पर ज्यादा गंभीर मामले दर्ज हैं।
90 विधायकों में से 51 भाजपा के हैं, जबकि 38 कांग्रेस से ताल्लुक रखते हैं और एक विधायक भारतीय आदिवासी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर लड़कर आये हैं। रिपोर्ट के अनुसार इस संख्या में 2018 के मुकाबले साल 2023 में कमी आई है क्योंकि 2018 में 94 विधायकों पर ऐसे केस चल रहे थे। लेकिन इस बार 90 विधायकों पर ही आपराधिक मुकदमे दर्ज है, जिसका उजागर रिपोर्ट में हुआ है। 2018 में 47 विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामलों दर्ज थे।
एक और डेटा में यह बात सामने आई है कि 205 नए विधायक ऐसे हैं, जो कि करोड़पति हैं यानी 89 प्रतिशत ऐसे ही विधायक हैं। 144 भाजपा के हैं और बचे 61 विधायक कांग्रेस के हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछली विधानसभा 2018 में 187 करोड़पति विधायक थे, लेकिन इस बार इसमें बढ़ोतरी हुई है। रतलाम शहरी विधासभा से चुने गये चेत्नया कश्यप के पास लगभग 296 करोड़ की संपत्ति है और वो भाजपा के नए विधायक हैं।
भाजपा के कटनी जिले की विजयराघवगढ़ विधानसभा सीट से भाजपा विधायक संजय सत्येंद्र पाठक करोड़पति के मामले पर दूसरे नंबर पर है, उनके पास 242 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इनके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ का नाम आता है, जिनके पास 134 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
रिपोर्ट की मानें तो मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गये नए विधायकों में से 161 जीते हुए विधायक ग्रेजुएट और उससे ज्यादा पढ़ें हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात तो ये है कि 64 कैंडिडेट ऐसी भी रही है, जिन्होंने सिर्फ 5 वीं से 12 वीं के बीच ही पढ़ाई पूरी की है। जबकि तीन विजेता उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं और दो सिर्फ साक्षर हैं। 230 विजयी उम्मीदवारों में से केवल 27 उम्मीदवार जिनमें लगभग 12 प्रतिशत महिलाएँ हैं। हालांकि राज्य में महिला विधायकों की संख्या पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले थोड़ी ज्यादा है।
भाजपा ने राज्य में 163 सीटें जीतकर व्यापक जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस पार्टी 66 सीटें जीतकर दूसरे स्थान पर रही और भारत आदिवासी पार्टी ने राज्य में एक सीट जीती।