बीते साल नौ शहरों में कार्यालय स्थलों की मांग 25 प्रतिशत बढ़ी, सीबीआरई की रिपोर्ट से सामने आई ये जानकारी
By भाषा | Published: January 13, 2020 06:24 PM2020-01-13T18:24:40+5:302020-01-13T18:24:40+5:30
सीबीआरई की सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में कार्यालय स्थल की मांग तेज रही। बहुराष्ट्रीय और राष्ट्रीय कंपनियों की मांग अच्छी रही। हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे शहरों में आपूर्ति की स्थिति भी काफी अच्छी रही।
बेहतर आपूर्ति तथा मांग की परिस्थितियों में सुधार के बीच बीते साल देश में ऑफिस की जगह की मांग 25 प्रतिशत ऊंची रही। संपत्ति सलाहकार सीबीआरई ने एक रिपोर्ट में कहा है कि इस अवधि में नौ प्रमुख शहरों में कुल 6.16 करोड़ वर्ग फुट कार्यालय स्थल पट्टे या लीज पर दिए गए जो एक नया रिकार्ड है।
इससे पहले अचल सम्पत्ति बाजार की एक अन्य परामर्श फर्म नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट में कहा गया था कि 2019 में कार्यालय स्थल की मांग 27 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 6.06 करोड़ वर्ग फुट पर पहुंच गई है।
सीबीआरई की सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में कार्यालय स्थल की मांग तेज रही। बहुराष्ट्रीय और राष्ट्रीय कंपनियों की मांग अच्छी रही। हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे शहरों में आपूर्ति की स्थिति भी काफी अच्छी रही।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 के अंत तक कार्यालय स्थल की मांग छह करोड़ के आंकड़े को पार कर 6.16 करोड़ वर्ग फुट की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई। यह सालाना आधार पर 25 प्रतिशत की वृद्धि है। सालाना आधार पर बेंगलुरु और उसके बाद हैदराबाद, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और मुंबई में कार्यालय स्थलों की मांग सबसे अधिक रही।
कुल कार्यालय स्थलों की मांग में इनका हिस्सा 75 प्रतिशत का रहा। कोच्चि को छोड़कर सभी शहरों में कार्यालय स्थलों की मांग में इजाफा हुआ। सीबीआरई के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (भारत, दक्षिण पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका) अंशुमान मैगजीन ने कहा कि 2019 में विभिन्न क्षेत्रों में नीतिगत सुधारों से कारोबारी धारणा में सुधार हुआ।
इस वजह से विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग में भारत 190 देशों में 63 वें स्थान पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि आगामी वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था में बदलाव और श्रमबल के विस्तार के चलते रियल एस्टेट क्षेत्र विकास और निवेश के व्यापक अवसर उपलब्ध कराएगा।