विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के उसके खिलाफ आतंकवाद के आरोपों पर कहा है एजेंसी बिना किसी ठोस सबूत के पिछेले तीन साल से ज्यादा समय से दावे करता रहा है। जाकिर नाइक ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरे खिलाफ जांच को तीन साल से ज्यादा वक्त हो गया। एजेंसी बिना किसी ठोस सबूत के, जो उसकी बात का समर्थन करते हों, मुझे आतंकवाद से जोड़ कर लगातार दावे करता रहा है।'
माना जा रहा है कि नाइक का यह बयान हाल में ATS के प्रमुखों की एक बैठक के दौरान आये उस दावे पर आया है जिसमें भारत में पकड़े गये कई संदिग्धों में से ज्यादातर के जाकिर नाइक की बातों से प्रभावित होने की बात कही गई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार जाकिर नाइक फिलहाल भारत में खुद पर शिकंजा कसने के बाद भागकर मलेशिया में है।
गौरतलब है कि इसी हफ्ते एनआईए के एक शीर्ष अधिकारी आलोक मित्तल ने बताया है कि देश में आतंकी संगठन IS से कनेक्शन के शक में अधिकतम 127 संदिग्धों को सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पकड़ा गया है। आलोक मित्तल के अनुसार पकड़े गये इन संदिग्धों में से ज्यादातर जाकिर नाइक की बातों से प्रभावित थे।
वहीं, एनआईए के निदेशक वाईसी मोदी ने भी कहा कि आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन (JMB) भी बांग्लादेशी प्रवासियों की आड़ में भारत में पैर पसारने की कोशिश कर रहा है। इसने झारखंड, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक केरल में इस संगठन ने अपनी गतिविधियां शुरू भी कर दी हैं। मोदी के अनुसार एनआईए ने जेएमबी नेतृत्व से करीबी संबंध रखने वाले 125 संदिग्धों की सूची संबंधित राज्यों के साथ साझा की है।