बुलंदशहर हिंसा को योगी आदित्यनाथ ने बताया 'राजनीतिक षडयंत्र', बोले- गोकशी कर दंगा कराना चाहते हैं कुछ लोग
By भाषा | Published: December 20, 2018 09:19 AM2018-12-20T09:19:41+5:302018-12-20T09:19:41+5:30
विपक्ष के हंगामे के कारण उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित होने के बाद योगी ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'बुलंदशहर की घटना एक साजिश थी। साजिश का पर्दाफाश हो चुका है। ये साजिश राजनीतिक षड्यंत्र था।'
कानून व्यवस्था के मुद्दे पर विधानसभा की कार्यवाही में बाधा पहुंचाने वाले विपक्ष को निशाने पर लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि बुलंदशहर की हिंसा उन लोगों का 'राजनीतिक षडयंत्र' था, जिनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गयी है।
विपक्ष के हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित होने के बाद योगी ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'बुलंदशहर की घटना एक साजिश थी। साजिश का पर्दाफाश हो चुका है। ये साजिश राजनीतिक षड्यंत्र था।'
उन्होंने कहा, '... जो कायर हैं, जो आमने-सामने किसी चुनौती का सामना करने की स्थिति में नहीं हैं वे पैरों के नीचे जमीन खिसकते देख एक-दूसरे के गले मिल रहे हैं। प्रदेश सरकार इस प्रकार की किसी साजिश को सफल नहीं होने देगी ... सख्ती से निपटेगी। कानून का राज हर हाल में होगा।'
उन्होंने कहा कि बुलंदशहर घटना में प्रशासन ने पूरी सख्ती से कार्रवाई की है। कानून के दायरे में रहकर प्रदेश सरकार ने बड़ी साजिश बेनकाब की। जो लोग गोकशी कर दंगा कराना चाहते थे और अराजकता फैलाना चाहते थे, उनके मंसूबे ध्वस्त हो गये।
उल्लेखनीय है कि कानून- व्यवस्था और किसानों की बदहाली जैसे मुद्दों को लेकर सपा और कांग्रेस सदस्यों ने आज सदन में हंगामा किया जिससे प्रश्नकाल नहीं हो सका। शून्यकाल के दौरान भी भारी हंगामा और नारेबाजी जारी रही।
शोरगुल के बीच विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखवाये और इसी बीच सरकार ने दूसरा अनुपूरक बजट भी पेश किया। हंगामा थमता नहीं देख दीक्षित ने सदन की बैठक दिन भर के लिए स्थगित कर दी।
गौरतलब है कि बुलंदशहर में तीन दिसंबर को भड़की हिंसा में एक पुलिस इंस्पेक्टर सहित दो लोगों की मौत हो गयी थी।