मनीष गुप्ता की पत्नी से मिले सीएम योगी आदित्यनाथ, सरकारी नौकरी का वादा, केस भी होगा ट्रांसफर
By विनीत कुमार | Published: September 30, 2021 03:48 PM2021-09-30T15:48:33+5:302021-09-30T16:24:28+5:30
गोरखपुर में पुलिसकर्मियों द्वारा कथित पिटाई में मनीष गुप्ता की मौत को लेकर योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया है कि दोषियों को नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने मनीष की पत्नी मीनाक्षी के लिए सरकारी नौकरी देने का भी वादा किया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर की गई पिटाई में कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की मौत पर मचे बवाल के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि किसी भी दोषी को नहीं छोड़ा जाएगा। योगी आदित्यनाथ ने मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी और उनके परिवार से भी गुरुवार को मुलाकात की और कहा कि वे इस दुख में पीड़ित परिवार के साथ हैं।
गौरतलब है कि गत सोमवार को देर रात गोरखपुर जिले के रामगढ़ ताल इलाके में एक होटल में पूछताछ के दौरान कथित रूप से पुलिस द्वारा पीटे जाने से कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता (36) की मृत्यु हो गई थी। इस मामले में आरोपी छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी को निलंबित भी किया जा चुका है।
गोरखपुर से कानपुर होगा केस ट्रांसफर
इंडिया टुडे के मुताबिक सीएम योगी ने मनीष के बेटे की पढ़ाई का खर्चा उठाने और मीनाक्षी को सरकारी नौकरी देने का भी वादा किया। साथ ही योगी आदित्यनाथ ने परिजनों की गोरखपुर से कानपुर केस ट्रांसफर कराने की मांग को भी मान लिया। सीएम ने पुलिस लाइन में मनीष की पत्नी मीनाक्षी से मुलाकात की।
अखिलेश और राहुल गांधी ने भी की न्याय की मांग
इससे पहले यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी मनीष गुप्ता के परिवार से मुलाकात की थी। उन्होंने पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद का भी ऐलान किया। अखिलेश ने मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराने की भी मांग रखी है।
वहीं, राहुल गांधी ने गुरुवार को राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और कहा कि वह सरकार के इस ‘अन्याय’ के खिलाफ लड़ाई में गुप्ता के परिवार के साथ खड़े हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘मीनाक्षी गुप्ता जी (मनीष की पत्नी) का दर्दनाक वीडियो देखकर बहुत दुख हुआ। मनीष गुप्ता जी के परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं हैं। भाजपा सरकार के अन्याय के ख़िलाफ़ इस लड़ाई में मैं आपके साथ हूँ। न्याय लेकर रहेंगे- अधिकार है, एहसान नहीं!’