मोदी की राह पर योगीः अयोध्या में भगवान राम की सबसे ऊंची मूर्ति का निर्माण करवाएगी योगी सरकार
By स्वाति सिंह | Published: November 3, 2018 12:48 PM2018-11-03T12:48:31+5:302018-11-03T12:48:31+5:30
अयोध्या में सरयू नदी के तट पर भगवान राम की प्रतिमा के निर्माण के लिए योजना बनाई जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (31 अक्टूबर) को सरदार पटेल की 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' का उद्घाटन किया है। इसके बाद अब अयोध्या में भगवान राम मूर्ति 151 मीटर की ऊंचाई वाली मूर्ति बनाने का प्रस्ताव रखा गया है। दरअसल, बीते दिनों योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि वह इस दिवाली प्रदेश की जनता को भव्य तोहफा देंगे। जिसके बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ इस बार भगवान राम की प्रतिमा बनवाने की घोषणा कर सकते हैं।
बता दें कि अयोध्या में सरयू नदी के तट पर भगवान राम की प्रतिमा के निर्माण के लिए योजना बनाई जा रही है। अयोध्या नगर निगम के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने कहा, 'अयोध्या में सरयू नदी के तट पर भगवान राम की 151 मीटर लंबी प्रतिमा बनाने का प्रस्ताव है।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देव दीपावली के अवसर पर इसकी घोषणा कर सकते हैं।'
बीजेपी नेता उपाध्याय ने कहा, 'जहां प्रतिमा की स्थापना की जाएगी, उस जगह का चुनाव मिट्टी परीक्षण के बाद किया जाएगा। संत तुलसीदास घाट के आसपास प्रतिमा बनाये जाने की संभावना है। अधिकारी दो-तीन स्थलों को देख रहे हैं, जिनमें से वे सबसे अच्छी जगह का चुनाव करेंगे।'
वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या को लेकर कोई योजना बनाई होगी जो भगवान राम की जन्मभूमि है। उन्होंने कहा कि दीपावाली आने दीजिये, आपको अच्छी खबर मिलेगी।
उधर, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायधीश जस्टिस चेलमेश्वर ने शुक्रवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित होने के बावजूद सरकार राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बना सकती है। उन्होंने कहा कि विधायी प्रक्रिया द्वारा अदालती फैसलों में अवरोध पैदा करने के उदाहरण पहले भी रहे हैं।
न्यायमूर्ति चेलमेश्वर ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए एक कानून बनाने की मांग संघ परिवार में बढ़ती जा रही है।