बाबा रामदेव कर सकते हैं देश के पहले वैदिक बोर्ड को लीड, भारतीय शिक्षा बोर्ड के लिए पतंजलि देगा 21 करोड़
By पल्लवी कुमारी | Published: February 25, 2019 01:08 PM2019-02-25T13:08:15+5:302019-02-25T13:08:15+5:30
पतंजलि के साथ-साथ इस दौड़ में रितानंद बालवेड एजुकेशन फाउंडेशन है, जो कि एमिटी समूह को चलाता है। इसके साथ ही पुणे स्थित महाराष्ट्र प्रौद्योगिकी संस्थान इसके अन्य दावेदार थे।
योग गुरू बाबा रामदेव देश की पहली सरकारी मान्यता प्राप्त बोर्ड वैदिक शिक्षा को लीड कर सकते हैं। रामदेव बाबा का प्रस्तावित नाम चयन समिति द्वारा सुझाया गया है। भारतीय शिक्षा बोर्ड की स्थापना के लिए इसी हफ्ते मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की अध्यक्षता में महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान (MSRVP) की गवर्निंग काउंसिल की पांच-सदस्यीय पैनल की बैठक की जाएगी।
महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान (MSRVP)"वेद्द विद्या" के प्रचार पर काम कर रहे मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत एक पूरी तरह से वित्त पोषित स्वायत्त निकाय है। जिसे भारतीय शिक्षा बोर्ड (BSB) लगाने के लिए एक निजी प्रायोजक निकाय नियुक्त करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पिछले कुछ महीनों से खबर आ रही थी कि बाबा रामदेव का पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट उन तीन निजी ट्रस्ट में शामिल है, जिन्होंने बोर्ड की स्थापना के लिए आवेदन आमंत्रित करने वाले एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट का जवाब दिया था।
पतंजलि के अलावा रितानंद बालवेड एजुकेशन फाउंडेशन जो कि एमिटी समूह को चलाता है। इसके साथ ही पुणे स्थित महाराष्ट्र प्रौद्योगिकी संस्थान इसके अन्य दावेदार थे। तीनों आवेदकों ने दिल्ली में नेशनल बुक ट्रस्ट के नए चेयरपर्सन गोविंद प्रसाद शर्मा की अध्यक्षता में पाँच सदस्यीय चयन समिति के सामने एक प्रस्तुति दी। पतंजलि योगपीठ का प्रतिनिधित्व इसके ट्रस्टी आचार्य बालकृष्ण ने किया था।
21 करोड़ पतंजलि योगपीठ बोर्ड के विकास के लिए देने को तैयार है
पाँच सदस्यीय चयन समिति के सामने एक प्रस्तुति के दौरान पतंजलि योगपीठ के ट्रस्टी आचार्य बालकृष्ण ने समिति को बताया कि पतंजलि योगपीठ बोर्ड के विकास के लिए 21 करोड़ रुपये देने को तैयार है। इसके साथ ही इसके मुख्यालय के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचा भी बनवाने में मदद करेगा।
बालकृष्ण ने बताया कि ट्रस्ट के पैनल को हरिद्वार में बीएसबी के मुख्यालय को घर देने और रामदेव को इसके अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने की भी जानकारी दी है। सूत्रों के मुताबिक, पतंजलि की ओर से 21 करोड़ रुपये दिए जाने का वादा पहले ही किया गया था। जिसके लिए वह पहले ही बैंक गारंटी दे चुका है।