सावरकर की तस्वीर के अनादर पर गरजने वाले येदियुरप्पा टीपू सुल्तान के पोस्टर फाड़े जाने पर रहे खामोश
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 14, 2022 07:39 PM2022-08-14T19:39:50+5:302022-08-14T19:45:51+5:30
विनायक दामोदर सावरकर को सच्चा देशभक्त बताते हुए कर्नाटक के पूर्व सीएम येदियुरप्पा ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा सावरकर को महज इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वो उनकी देशभक्त को पचा नहीं पा रहे हैं।
शिवमोगा: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वयोवृद्ध नेता बीएस येदियुरप्पा ने स्वतंत्रा दिवस की पूर्व संध्या पर शिवमोगा में कुछ युवाओं द्वारा एक शॉपिंग मॉल की गैलरी में लगी विनायक दामोदर सावरकर की फोटो हटाने के लिए बवाल काटने पर गहरा क्षोभ व्यक्त किया है। हालांकि दूसरी ओर उन्होंने बेंगलुरु में कुछ युवाओं द्वारा टीपू सुल्तान के पोस्टर फाड़े जाने की घटना पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
समाचार वेबसाइट 'द न्यू इंडियन एक्सप्रेस' के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने रविवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए अज्ञात युवकों ने जबरदस्ती सावरकर जी की तस्वीर हटाकर गंभीर अपराध किया है। इस मामले में पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है। लेकिन ऐसे लोगों को सख्त सजा दी जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं हों।
उन्होंने कहा, "सावरकर देश ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए प्रेरणा के श्रोत हैं। इस कारण उनकी फोटो के साथ अभद्रता से सभी आहत किया हैं। इस विवाद के संबंध में मैं लोगों से शांति बनाए रखने और कानून अपने हाथ में नहीं लेने का अनुरोध करता हूं।"
सावरकर को सच्चा देशभक्त बताते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा सावरकर को महज इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि उनकी देशभक्त के प्रति मिल रहे सम्मान को वो पचा नहीं पा रहे हैं।
कर्नाटक भाजपा के वयोवृद्ध नेता ने कहा, “इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए और मैं सख्ती से ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने की मांग करता हूं। किसी भी कीमत पर यह खत्म होना चाहिए। गिरफ्तार आरोपी को सख्त सजा मिले ताकि देशभक्तों के अपमान की ऐसी घटनाएं भविष्य में न हो। मैं सरकार से इस संबंध में कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।”
सावरकर के विषय में खुली नाराजगी जाहिर करने वाले कर्नाटक के पूर्व सीएम येदियुरप्पा ने बेंगलुरु में टीपू सुल्तान के पोस्टर को फाड़े जाने पर खामोशी अख्तियार कर ली। पत्रकारों ने जब उनसे टीपू विवाद पर प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा, “मैं उस घटना पर चर्चा नहीं करना चाहता। मैं केवल शिवमोग्गा में सावरकर की घटना पर टिप्पणी करना चाहूंगा। जहां तक टीपू सुल्तान के विवाद की बात है तो मैं तथ्यों से अनजान हूं, जानकारी लेने के बाद ही कोई बात कहूंगा।"
मालूम हो कि गुजरे शनिवार को शिवमोगा नगर निगम ने शहर के मॉल में आजादी से संबंधित एक चित्र प्रदर्शनी का आयोदन किया था। जिसमें सावरकर सहित देश के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों की फोटो लगी हुई थी। प्रदर्शनी देखने पहुंचे कुछ युवाओं ने स्वतंत्रासेनानियों के बीच लगी सावरकर की तस्वीर आपत्ति जताई।
युवाओं का आरोप था कि नगर निगम ने सावरकर की तुलना में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का चित्र छोटे आकार का लगाया था जबकि सावरकर का चित्र बड़ा था। इसके अलावा युवाओं को अबुल कलाम आजाद जैसे मुस्लिम स्वतंत्रता सेनानियों के चित्र नहीं लगाये जाने पर भी आपत्ति थी।
इस घटना के भाजपा नेताओं ने आपत्ति दर्ज कराने वाले युवकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में ले लिया है। वहीं दूसरी ओर बेंगलुरु में कुछ युवाओं ने स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले कर्नाटक कांग्रेस द्वारा लगाए गए टीपू सुल्तान के पोस्टर को फाड़ दिया। जिसके कारण राजधानी बेंगलुरु में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।