वर्ष 2023ः यूपी मदरसों में शुक्रवार को ही साप्ताहिक अवकाश, बोर्ड अध्यक्ष जावेद ने कैलेंडर जारी किया, कुल 75 दिन मदरसे बंद रहेंगे, देखें लिस्ट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 24, 2022 07:08 PM2022-12-24T19:08:41+5:302022-12-24T19:09:39+5:30
उत्तर प्रदेशः बोर्ड के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद जावेद ने छुट्टियों का कैलेंडर जारी करने के बाद बताया वर्ष 2023 में कुल 75 दिन मदरसे बंद रहेंगे और वार्षिक अवकाश रमज़ान और ईद-उल-फित्र मिला कर 36 दिन का होगा।
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मदरसों में शुक्रवार को ही साप्ताहिक अवकाश रहेगा। राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड ने शनिवार को वर्ष 2023 के लिए अवकाश तालिका घोषित कर दी।
बोर्ड के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद जावेद ने छुट्टियों का कैलेंडर जारी करने के बाद बताया वर्ष 2023 में कुल 75 दिन मदरसे बंद रहेंगे और वार्षिक अवकाश रमज़ान और ईद-उल-फित्र मिला कर 36 दिन का होगा। जावेद ने बताया कि मदरसे में साप्ताहिक अवकाश जुमा यानी शुक्रवार को होगा।
प्रदेश के मदरसों में शुक्रवार के बजाय रविवार को साप्ताहिक छुट्टी किए जाने के सुझाव के बारे में पूछे जाने पर जावेद ने कहा, "कोई जरूरी नहीं है कि जनवरी में होने वाली बोर्ड की बैठक में इस सुझाव पर चर्चा की ही जाए। इस कैलेंडर को ही अंतिम माना जाए।"
दरअसल, पिछले मंगलवार को उत्तर प्रदेश अशासकीय अरबी और फ़ारसी मान्यता प्रशासन एवं सेवा विनियमावली - 2016 में संशोधन पर चर्चा के लिए मदरसा बोर्ड द्वारा बुलाई गई एक बैठक में मदरसों में शुक्रवार के बजाय रविवार को साप्ताहिक छुट्टी किए जाने समेत कई सुझाव आए थे। इन पर आगामी जनवरी में होने वाली बोर्ड की बैठक में विचार कर निर्णय किया जाना है।
जावेद ने बताया कि मदरसों में अध्यापकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को 14 दिनों का आकस्मिक अवकाश दिया जाएगा। मदरसे के प्रबंधक एवं प्रधानाचार्य कुल चार दिन की छुट्टी मंजूर कर सकते हैं। राष्ट्रीय पर्वों पर शिक्षण कार्य स्थगित रहेगा लेकिन शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी व छात्र-छात्राएं मदरसे में उपस्थित रहकर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे करेंगे।
जावेद ने बताया कि समय-समय पर जिलाधिकारियों द्वारा अत्यधिक ठंड अथवा अत्यधिक गर्मी एवं अन्य किसी भी प्राकृतिक आपदा के कारण स्थानीय स्तर पर घोषित किए जाने वाले अवकाश मदरसों पर भी लागू होंगे। कोविड-19 की महामारी के बचाव अथवा स्थानीय प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों का पालन किया जाएगा।