भारत-चीन के बीच की कड़ी बनेगा अरुणाचल प्रदेश का यांग्से, भारत सरकार की ओर से भेजा गया प्रस्ताव
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 6, 2019 09:39 AM2019-10-06T09:39:49+5:302019-10-06T09:39:49+5:30
कयास लगाए जा रहा है कि जिस तरह पाकिस्तान और भारत के बीच सिखों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए करतारपुर कॉरिडोर पर सहमति बनी उसी तरह भारत-चीन के बीच तिब्बतियों के पवित्र स्थान को लेकर सहमति बनेगी।
अरुणाचल प्रदेश का यांग्से भारत और चीन के बीच दोस्ती की नयी मिशाल बन सकती है। ठीक उसी प्रकार से जिस तरह पाकिस्तान और भारत के बीच सिखों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए करतारपुर कॉरिडोर शुरू किया गया। टाइम्स ऑफ इंडिया का यांग्से लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास स्थित है। यहां दोनों तरफ कुछ दूरी पर तिब्बतियों के पवित्र स्थान हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत सरकार की ने एक प्रस्ताव भेजा है। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि दोनों तरफ के लोगों को इन पवित्र स्थानों पर आने की इजाजत दी जानी चाहिए। इसके जरिए दोनों देश ज्यादा करीब आ सकते हैं।
कयास लगाए जा रहा है कि जिस तरह पाकिस्तान और भारत के बीच सिखों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए करतारपुर कॉरिडोर पर सहमति बनी उसी तरह भारत और चीन के बीच तिब्बतियों के पवित्र स्थान को लेकर सहमति बनेगी।
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के यांग्से में पवित्र वॉटर फॉल हैं और लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के दूसरी तरफ यानी चीन के इलाके में पवित्र गुफाएं हैं, जो तिब्बितयों के लिए धार्मिक तौर पर काफी अहम हैं। एक वरिष्ठ ने बताया कि दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच इस मसले पर बातचीत चल रही है। भारत की तरफ से एक औपचारिक प्रस्ताव भी भेजा गया है।
रिलीजियस टूरिजम को बढ़ावा देकर दोनों देशों की कोशिश है कि संबंध और बेहतर बनाए जाएं। लोगों की भावनाओं के जरिए दोनों देशों के बीच एक और कड़ी जुड़ेंगी।