खतरे के निशान से ऊपर यमुनाः अधिकारी ने बताया कि जलस्तर 206.8 मीटर से आगे, 10 हजार लोगों को हटाया
By भाषा | Published: August 20, 2019 02:44 PM2019-08-20T14:44:46+5:302019-08-20T15:35:05+5:30
सोमवार को नदी 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार कर गई थी। सोमवार शाम को यमुना के खतरे के निशान को पार कर जाने के बाद सरकारी एजेंसियों ने निचले इलाकों में रहने वाले 10 हजार से अधिक लोगों को वहां से हटाया है।
राष्ट्रीय राजधानी में यमुना का जलस्तर बढ़ता जा रहा है और मंगलवार को भी यह नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। एक अधिकारी ने बताया कि दोपहर एक बजे यमुना में जलस्तर 206.8 मीटर पर था।
दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने दिल्ली सरकार द्वारा हाथी घाट और कंचन कॉलोनी में लगाए गए राहत शिविरों का निरीक्षण किया। गहलोत ने ट्वीट किया, "दिल्ली सरकार द्वारा हाथी घाट और कंचन कॉलोनी में लगाए गए राहत शिविरों का निरीक्षण किया। उन लोगों से बात की जिन्हें खतरे वाली जगहों से हटा कर राहत शिविरों में रखा गया है। इलाके के जिलाधिकारियों को सभी राहत सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।"
सोमवार को नदी का जल स्तर 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार कर गया था जिसके बाद सरकारी एजेंसियों ने निचले इलाकों में रहने वाले 10 हजार से अधिक लोगों को वहां से हटाया। 1978 में नदी का जलस्तर अब तक के सर्वाधिक स्तर 207.49 मीटर तक पहुंच गया था, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में भीषण बाढ़ आ गई थी।
Delhi: Houses at Kisan colony and Yamuna Khadar near ISBT Kashmere Gate submerged in water from overflowing Yamuna river. pic.twitter.com/qcFvy6RmVY
— ANI (@ANI) August 20, 2019
जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर यमुना नदी पर बने लोहे के पुराने पुल को सड़क और रेल यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा था कि हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से और पानी छोड़े जाने के कारण नदी में जल स्तर और बढ़ सकता है। नदी के डूबक्षेत्र में रह रहे लोगों को दिल्ली सरकार की विभिन्न एजेंसियों द्वारा बनाए गए 22,000 से अधिक तंबुओं में भेजा गया है।