यादवपुर विश्वविद्यालयः बाबुल सुप्रियो विवाद, एक माह बाद बैठक में शामिल हुए राज्यपाल
By भाषा | Published: October 18, 2019 04:36 PM2019-10-18T16:36:33+5:302019-10-18T16:36:33+5:30
राज्यपाल राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति भी हैं। वह सुबह 11 बजे विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचे और कुलपति के साथ बैठक में भाग लिया। करीब एक घंटे तक चली बैठक में प्रो-वाइस चांसलर, रजिस्ट्रार और विभिन्न विभागों के प्रमुख भी शामिल हुए।
यादवपुर विश्वविद्यालय परिसर में उग्र छात्रों की भीड़ द्वारा किए गए घेराव से केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को 'सुरक्षित निकालने' के एक माह बाद शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ विश्वविद्यालय की ‘कोर्ट’ बैठक में शामिल हुए।
यह बैठक विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाने वाली मानद डिग्री होनोरिस कॉसा के नामों का फैसला करने के संबंध में हुई। राज्यपाल राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति भी हैं। वह सुबह 11 बजे विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचे और कुलपति के साथ बैठक में भाग लिया। करीब एक घंटे तक चली बैठक में प्रो-वाइस चांसलर, रजिस्ट्रार और विभिन्न विभागों के प्रमुख भी शामिल हुए।
अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग के प्रमुख ओमप्रकाश मिश्रा के मुताबिक राज्यपाल से ‘कोर्ट’ द्वारा सर्वसम्मति से लिए मानद डिग्री प्रदान करने के लिए तय किए गए चार नामों पर गौर करने का आग्रह किया गया। राज्यपाल ने प्रस्ताव पर सहमति जताई या नहीं, यह पूछने पर मिश्रा ने कहा कि हालांकि उन्होंने इसका विरोध नहीं किया लेकिन यह भी स्पष्ट कर दिया कि आगे से निर्णय लेने की प्रक्रिया में उन्हें शामिल किया जाना चाहिए।
West Bengal Governor: I came to Jadavpur University today to attend meeting of the court. I indicated to the court that Jadavpur University has a global reputation and it deserves the status of 'institute of eminence'. pic.twitter.com/LHiBmvgHBN
— ANI (@ANI) October 18, 2019
बता दें कि 19 सितंबर को विश्वविद्यालय में बाबुल सुप्रियो को काले झंडे दिखाए गए और विद्यार्थियों के एक धड़े ने उनके साथ धक्का-मुक्की की थी। उन्हें परिसर से बाहर जाने से भी रोका गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए धनखड़ को वहां पहुंचना पड़ा।