जम्मू के कारोबारी के दिल में लगाया गया ‘कैप्सूल के आकार’ का ‘दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर’

By भाषा | Published: July 28, 2021 05:06 PM2021-07-28T17:06:26+5:302021-07-28T17:06:26+5:30

'World's smallest pacemaker' implanted in 'capsule-shaped' heart of Jammu businessman | जम्मू के कारोबारी के दिल में लगाया गया ‘कैप्सूल के आकार’ का ‘दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर’

जम्मू के कारोबारी के दिल में लगाया गया ‘कैप्सूल के आकार’ का ‘दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर’

नयी दिल्ली, 28 जुलाई जम्मू निवासी 52 वर्षीय कारोबारी की दिल की धड़कन संबंधी परेशानी का इलाज करने के लिए उनके दिल में ‘कैप्सूल के आकार’ का पेसमेकर लगाया गया है। ऑपरेशन के बाद राष्ट्रीय राजधानी के एक प्रमुख निजी अस्पताल ने बुधवार को दावा किया कि मरीज को लगाया गया यह पेसमेकर ‘दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर’ है।

डॉक्टरों ने एक बयान में बताया कि 52 वर्षीय सुभाष चंद्र शर्मा के दिल में लगाया गया ‘कैप्सूल के आकार का यह पेसमेकर, सामान्य तौर पर इस्तेमाल होने वाले पेसमेकर की तुलना में 93 प्रतिशत तक छोटा होता है और इसमें बेहद छोटा चीरा लगाने की जरूरत पड़ती है।’’

यह सर्जरी साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में हृदय विज्ञान के प्रमुख डॉ. बलबीर सिंह ने डॉक्टरों की टीम के साथ की है। डॉक्टर सिंह ने एक बयान में बताया, “इस पेसमेकर से भारत में हर साल पेसमेकर सर्जरी कराने वाले बड़े वर्ग को फायदा मिल सकता है।”

बयान के मुताबिक, जम्मू के रहने वाले शर्मा ने अपने बच्चों के साथ खेलते समय अपनी दिल की धड़कनों में अचानक वृद्धि का अनुभव किया था, जिसके बाद उन्हें ऐसा लगा मानो उनकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया हो। हालात की गंभीरता को भांपते हुए उन्होंने स्थानीय डॉक्टर से सलाह ली, और फिर डॉ सिंह से संपर्क किया।

बयान के मुताबिक, “डॉ. सिंह ने उन्हें कुछ जांच कराने की सलाह दी। उससे पता चला की उनके हृदय की धड़कन धीमी और अनियमित है। इस स्थिति को ‘ब्रैडिकार्डिया’ कहा जाता है, जिसमें इंसान का दिल सामान्य से धीमी गति से धड़कता है। पेसमेकर की मदद से इसे ठीक किया जा सकता है, जो धड़कन को सामान्य स्थिति में लाने के लिए दिल को इलेक्ट्रिक सिग्नल भेजता है।”

डॉ सिंह ने कहा, “मैंने किसी भी तरह के जोखिम को कम करने के लिए शर्मा को पेसमेकर की सर्जरी कराने का सुझाव दिया, क्योंकि उनके रक्त में शर्करा की मात्रा और रक्तचाप काफी बढ़ा हुआ था।” उन्होंने कहा, “मेरे कुछ मरीजों को पारंपरिक पेसमेकर से थोड़ी असुविधा महसूस हुई, जिसे मरीज के सीने में त्वचा के अंदर लगाया जाता है। इससे कभी-कभी संक्रमण होने का अंदेशा भी रहता है। इस अत्याधुनिक पेसमेकर को पैर की नस के जरिए दिल के अंदर रखा जाता है, इसलिए मरीज के सीने में चीरा नहीं लगाया जाता है। इस तरह, त्वचा पर कोई निशान या गांठ नहीं बनती है।”

डॉक्टरों की टीम के प्रवक्ता ने बताया कि सर्जरी 29 मई को हुई थी और इस छोटे पेसमेकर को लगाने की लागत औसतन 14 लाख रुपये आती है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: 'World's smallest pacemaker' implanted in 'capsule-shaped' heart of Jammu businessman

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे