दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ आगे आएं महिलाएं : राज्यपाल
By भाषा | Updated: February 15, 2021 19:21 IST2021-02-15T19:21:03+5:302021-02-15T19:21:03+5:30

दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ आगे आएं महिलाएं : राज्यपाल
प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश), 15 फरवरी उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को कहा कि 'महिलाएं समूह बनाकर स्वयं बचत करें तो आजीविका मिशन के माध्यम से सरकार भी आर्थिक मदद करेगी जिससे वह रोज़गार कर सकतीं और आगे बढ़ सकती हैं।'
प्रतापगढ़ के पुलिस लाइन स्थित एक सभागार में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को संबोधित करते हुए राज्यपाल पटेल ने कहा, ''समाज में दहेज प्रथा, पर्दा प्रथा, मद्यपान, बाल-विवाह के विरूद्ध महिलाओं को आगे बढ़कर काम करना चाहिये।''
उन्होंने कहा कि महिलाएं बच्चों को अच्छे संस्कार दें और दूध पियो-दारू छोड़ो का अभियान चलाएं। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को भी इसमें महिलाओं का सहयोग करना चाहिये।
पटेल ने महिलाओं से कहा कि ‘‘समाज की चिंता ना करें, यदि सही काम कर रही हैं, परिवार की आय बढ़ रही है जिससे देश एवं प्रदेश की आय बढ़ रही है तो कुछ दिन बाद यही समाज आपको सम्मान देगा।’’
उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सुझाव दिया कि गांवों में 11-11 महिलाओं की सुरक्षा समिति बनायी जाये जिसे पुलिस विभाग द्वारा परिचय पत्र निर्गत किया जाये और इस महिला समिति द्वारा गाँवों में होने वाली घरेलू हिंसा, दहेज़ प्रथा, दहेज़ उत्पीड़न, बाल-विवाह, पर्दा प्रथा, मद्यपान आदि सामाजिक बुराईयों को रोककर सामाजिक परिवर्तन का कार्य किया जाना चाहिये। उन्होंने डरो मत, थको मत और प्रगति के रास्ते पर निरंतर आगे बढ़ते रहने का संदेश दिया।
इस मौके पर उन्होंने प्रगतिशील किसानों से भी चर्चा की और जैविक खेती पर जोर दिया। उन्होंने राष्ट्रीय क्षय रोग कार्यक्रम एवं रेड क्रॉस सोसाइटी के सदस्यों से चर्चा के दौरान उन्हें क्षय रोगियों को गोद लेकर उनके उपचार पर जोर दिया।
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