कपिल सिब्बल बोले-'पार्टी युवा छोड़ते हैं, जिम्मेदार हम बुजुर्गों को ठहराया जाता है', महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव का इस्तीफा
By सतीश कुमार सिंह | Updated: August 16, 2021 13:37 IST2021-08-16T13:34:25+5:302021-08-16T13:37:05+5:30
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहीं पूर्व सांसद सुष्मिता देव ने 15 अगस्त को सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा।

सुष्मिता देव के पिता संतोष मोहन देव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे और केंद्र में मंत्री भी रहे।
नई दिल्लीः कांग्रेस से युवा नेताओं की जाने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस महिला विंग की अध्यक्ष और पूर्व सांसद सुष्मिता देव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। देव ने अपना इस्तीफा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा। उन्होंने अपने ट्विटर बायो को भी पार्टी के "पूर्व सदस्य" में बदल दिया है।
इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने पार्टी पर हमला किया है। सुष्मिता देव के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े करते हुए सोमवार को कहा कि पार्टी सब कुछ जानकर भी अनजान बनती है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सुष्मिता देव ने हमारी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। युवा नेता छोड़ते हैं जबकि हम ‘बुजर्ग’ (पुराने नेता) पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रयास करते हैं तो उसके लिए भी कसूरवार ठहराया जाता है।’’ सिब्बल ने दावा किया कि पार्टी सब कुछ जान कर भी अनजान है।
Sushmita Dev
— Kapil Sibal (@KapilSibal) August 16, 2021
Resigns from primary membership of our Party
While young leaders leave we ‘oldies’ are blamed for our efforts to strengthen it
The Party moves on with :
Eyes Wide Shut
कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद सुष्मिता देव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहीं सुष्मिता ने 15 अगस्त को पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा। उनके तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
सुष्मिता के इस्तीफे पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और उम्मीद जताई कि पूर्व सांसद जो भी कदम उठाएंगी वह सोच-समझ कर उठाएंगी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने सुष्मिता देव से बात करने का प्रयास किया लेकिन उनका फोन बंद था।
सुष्मिता देव एक कर्मठ और प्रतिभाशाली कार्यकर्ता थीं। फिलहाल उनका कोई पत्र सोनिया गांधी जी को नहीं मिला है। ऐसे में आशा करता हूं कि वह जो भी निर्णय करेंगी सोच-समझ कर करेंगी। मैं पार्टी की ओर से उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।’’