महिला कम उपयोग में लाई गई उपचार पद्धति से मां बनी

By भाषा | Published: October 22, 2021 09:50 PM2021-10-22T21:50:25+5:302021-10-22T21:50:25+5:30

Woman became a mother with little-used treatment method | महिला कम उपयोग में लाई गई उपचार पद्धति से मां बनी

महिला कम उपयोग में लाई गई उपचार पद्धति से मां बनी

नयी दिल्ली, 22 अक्टूबर अंडाणु के कम संख्या में होने की समस्या का सामना कर रही 32 वर्षीय एक महिला अपेक्षाकृत कम उपयोग में लाई गई उपचार की पद्धति से मां बनी है। एक निजी संस्था ने यहां यह जानकारी दी।

संस्था ने बताया कि इससे पहले महिला सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (एआरटी) के जरिए गर्भधारण करने की कई बार नाकाम कोशिश कर चुकी थी।

सीड्स ऑफ इनोसेंस की निदेशक एवं सह संस्थापक डॉ गौरी अग्रवाल ने कहा कि आज के समय में युवतियों में अंडाणुओं की कम संख्या होना एक आम समस्या है और यहां आने वाली हर पांचवीं महिला में यह समस्या है। उन्होंने कहा कि यहां तक कि 27 साल की युवतियां भी गर्भधारण नहीं कर पा रही हैं।

संस्था ने एक बयान में बताया कि पटना की महिला और उसके पति पिछले आठ वर्षों से माता-पिता बनने की कोशिश कर रहे थे और जब अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान (इंट्रायूटेराइन इनसेमिनेशन) जैसी सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी सहित सभी विकल्प विफल हो गए, तो उनका दिल टूट गया।

संस्था ने एक बयान में कहा कि चिकित्सक ने ‘ओवैरियन रिजुवनेशन थेरेपी’ का इस्तेमाल किया, जो कि कम उपयोग की गई प्रौद्योगिकी है।

बयान में कहा गया है कि इस पद्धति से इलाज के बाद महिला ने इस महीने की शुरूआत में एक बच्ची को जन्म दिया।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Woman became a mother with little-used treatment method

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे