लद्दाख में विंटर टूरिज्म पूरे शबाब पर, जंस्कार नदी और पैंगांग झील ने ओढ़ी संगमरमरी बर्फ की चादर, होगी ट्रैकिंग और मैराथन दौड़
By सुरेश एस डुग्गर | Published: November 21, 2022 03:41 PM2022-11-21T15:41:41+5:302022-11-21T15:48:24+5:30
लद्दाख आटोनोमस हिल डिवलेपमेंट कांउंसिल विंटर टूरिज्म के तहत बर्फ की चादर ओढ़ी चुकी जंस्कार नदी और पैंगांग झील पर ट्रैकिंग और मैराथन दौड़ का आयोजन करने का प्लान बना रही है।
जम्मू: अगर आप रोमांच में इच्छा रखते हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। दुनिया की सबसे ऊंचाई पर स्थित खारे पानी की करीब 150 किमी के करीब लंबी पैंगांग लेक पर आप मैराथन में हिस्सा ले सकते हैं। जी हां, झील पर मैराथन, लेकिन पानी पर नहीं बल्कि इसके उपर जमी बर्फ पर । यही नहीं लद्दाख में ही एक और रोमांच आपका इंतजार कर रहा है, यह है सर्दियों में बर्फ में बदल जाने वाली जंस्कार नदी पर ट्रेकिंग का आनंद।
जंस्कार नदी के जमने के बाद इस पर होने वाली कई किमी की ट्रैकिंग, जिसे चद्दर ट्रैक कहा जाता है। बीते कई सालों से सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है। लेकिन पैंगांग लेक पर पहली बार मैराथन का आयोजन होने जा रहा है। मैराथन करवाने के लिए लद्दाख आटोनोमस हिल डिवलेपमेंट कांउंसिल अर्थात एलएएचडीसी ने इसकी योजना तो बनाई है पर सेना की ओर से इस पर फिलहाल चुप्पी साधी हुई है।
यह सब लद्दाख में विंटर टूरिज्म की योजनाओं के तहत किया जाएगा। इसके अतिरिक्त भी और कई योजनाओं को एलएएचडीसी की बैठक में अंतिम रूप दिया गया है। पर एलएएचडीसी के चेयरमेन तथा चीफ काउंसलर ताशी गायलसन ने इन दो रोमांचकारी योजनाओं को ज्यादा से ज्यादा प्रचारित करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि अगर चीन सीमा पर स्थित पैंगांग झील के आसपास परिस्थितियां समाान्य रहीं तो वे सर्दी के मौसम में जम जाने वाली इस झील पर मैराथन करवाना चाहेंगें। वे लोगों को इस पर चलने का न्यौता भी दे रहे हैं।
जानकारी के लिए पैंगांग झील के किनारों पर कब्जा जमाए बैठी चीनी सेना के साथ पिछले तीन सालों से तनातनी के माहौल के बावजूद पैंगांग झील तक टूरिस्टों को जाने की अनुमति प्रदान की जा रही है। विंटर टूरिज्म की योजनाओं के तहत बीआरओ के प्रोजेक्ट योजक के अधिकारियों को लेह-जंस्कार ट्रेक रूट के साथ बनाई जाने वाली सड़क के लिए इन सर्दियों में कम से कम धमाके करने के लिए कहा गया है ताकि कहीं उन धमाकों से बर्फ टूट न जाए और कोई हादसा पेश आए।
हालांकि चद्दर ट्रैक में शामिल होने वालों की सेहत और दुर्घटनाओं से निपटने की तैयारियां भी लेह स्वास्थ्य विभाग ने आरंभ कर दी है और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि इसमें शामिल होने वालों की जान व सेहत का बीमा होना आवश्यक शर्त के तौर पर लागू किया जाए।