झारखंड में क्या खंड-खंड होगा इंडिया गठबंधन, सीट बंटवारे को लेकर राजद ने जताई नाराजगी, हेमंत सोरेन नहीं दे रहे हैं तवज्जो
By एस पी सिन्हा | Published: October 20, 2024 09:14 PM2024-10-20T21:14:20+5:302024-10-20T21:14:28+5:30
सीट-बंटवारे को लेकर बातचीत के दौरान यह निर्णय लिया गया है कि कांग्रेस और झामुमो 81 में से 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे। वहीं राजद और वाम दलों के लिए 11 सीट छोड़ी गई है।
रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले इंडिया ब्लॉक के खंड-खंड होने के संकेत मिलने लगे हैं। इसका कारण सीट बंटवारा रहा है। सीट-बंटवारे को लेकर बातचीत के दौरान यह निर्णय लिया गया है कि कांग्रेस और झामुमो 81 में से 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे। वहीं राजद और वाम दलों के लिए 11 सीट छोड़ी गई है। इस फार्मूले के सामने आते ही राजद की ओर से नाराजगी जताई गई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सीट शेयरिंग का जो फॉर्मूला तैयार किया, उसे राजद ने ठुकरा दिया है।
दरअसल, राजद नेता तेजस्वी यादव पिछले दो दिनों से रांची में है। तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच मुलाकात भी हुई। बावजूद इसके सीटों के बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है। सूत्रों का कहना है कि इससे तेजस्वी यादव नाराज हो गए हैं। राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने भी इसके संकेत दिए हैं। देर शाम तेजस्वी यादव, प्रदेश प्रभारी जयप्रकाश नारायण, अब्दुल बारी सिद्दकी, भोला यादव, मनोज झा, सांसद संजय यादव, प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने पहुंचे।
राजद की ओर से ज्यादा सीटों पर दावेदारी की गई। लेकिन कहा जा रहा है कि बात नही बन पाई है। बैठक के बाद राजद सांसद मनोज झा ने कहा 2019 में भी कलेजे पर पत्थर रखकर 7 सीट पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गए थे क्योंकि हमारा लक्ष्य भाजपा को हराना है। उन्होंने कहा कि झारखंड में राजद का 22 सीटों पर मजबूत आधार है। हम भाजपा से मजबूती से लड़ने वाले लोग हैं। राजद के नेताओं के जेल जाना स्वीकार किया पर भाजपा के वाशिंग मशीन में नतमस्तक होना स्वीकार नहीं किया।
बिहार के लोग जो आज यहां रह रहे उनका स्वाभाविक विकल्प राजद है। दो दिन पहले हेमंत सोरेन से इस मामले पर अच्छी मुलाकात हुई थी। शनिवार को एकतरफा निर्णय हुआ और कहा गया कि 7 सीट छोड़ा जा रहा है। आज शाम में भी हेमंत सोरेन सी बात हुई पर उतना सौहार्दपूर्ण नहीं था। इस बातचीत से हमें कष्ट हुआ। जितने सीट दिए जा रहे हैं वो न तो हमारे कार्यकर्ता और न ही मतदाता को स्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने अपने सभी विकल्प खुले रखे हैं।
वहीं, सीट बंटवारे को लेकर राजद की नाराजगी पर झारखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने रविवार को कहा कि हम सब एकजुट हैं। जब भी गठबंधन में सीट बंटवारे पर बातचीत होती है, तो किसी को त्याग करना पड़ता है। हमारे गठबंधन के बीच सब ठीक है। सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी यादव को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के व्यवहार से राजद काफी नाराज हुई है।