क्या कर्नाटक में हिजाब बैन पर बदल जाएगा फैसला! राज्य के शिक्षा मंत्री ने दिया बड़ा बयान
By अंजली चौहान | Published: May 31, 2023 10:02 AM2023-05-31T10:02:31+5:302023-05-31T10:26:11+5:30
शैक्षिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध और पूर्व भाजपा सरकार द्वारा पाठ्यपुस्तकों में बदलाव को लेकर शिक्षाविदों की कर्नाटक के शिक्षा मंत्री मधु बंगरप्पा ने कहा कि कांग्रेस सरकार एक ऐसा निर्णय लेगी जिससे सभी छात्रों को लाभ होगा।

फाइल फोटो
बेंगलुरु: कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद ऐसा लग रहा कि कई नियमों-कानूनों में अब बदलाव होने वाला है। सिद्धारमैया सरकार के शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने इस ओर इशारा करते हुए बड़ा बयान दिया है।
राज्य में कांग्रेस की सरकार से पहले बीजेपी सत्ता में थी जिसने शैक्षिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध और पूर्व पाठ्यपुस्तकों में बदलाव किया था। इन सब विषयों को लेकर ही राज्य शिक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मुलाकात की और कहा, "कांग्रेस सरकार एक ऐसा निर्णय लेगी जिससे सभी छात्रों को लाभ होगा।"
दरअसल, कर्नाटक में शिक्षा संस्थानों में हिजाब पहनने पर रोक है। हिजाब को लेकर राज्य में काफी विवाद पहले देखा गया है और इस पर किसी तरह की टिप्पणी से बचते हुए मधु बंगारप्पा ने कहा, "मामला फिलहाल अदालत में है और कानून विभाग इसे कानूनी रूप से लड़ेगा। इस पर आगे टिप्पणी करना गलत होगा। लेकिन हम ऐसा फैसला लेंगे जिससे सभी छात्रों को फायदा होगा।"
सीएम सिद्धारमैया से 30 शिक्षाविदों से मुलाकात की
गौरतलब है कि सोमवार को बेंगलुरु में करीब 30 शिक्षाविदों से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मुलाकात की और शिक्षा क्षेत्र में सुधार की विभिन्न मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा।
इस ज्ञापन में कहा गया कि हिजाब विवाद के कारण हजारों लड़कियां शिक्षा के वंचित हैं। शिभा मंत्री ने कहा कि हम पहले ही कह चुके हैं कि छात्र स्कूलों में शिक्षा लेने आते हैं और हम नहीं चाहते कि इसमें कोई बाधा आए और इसमें कोई गलती नहीं होनी चाहिए।
इस संबंध में सरकार का हिस्सा या मैं या अधिकारी या सिस्टम हमने प्रतिबद्धता दी है। उन्होंने कहा, "घोषणापत्र में हमने स्पष्ट कहा था कि छात्रों के भविष्य के हित में पाठ्यपुस्तकों का पुनरीक्षण होगा। हम नहीं चाहते कि उनका दिमाग प्रदूषित हो।"
राज्य शिक्षा मंत्री ने कहा कि अब हमारे सामने चुनौती यह है कि हम छात्रों और उनकी पढ़ाई को प्रभावित किए बिना इसे (बदलावों की समीक्षा) सावधानी से कैसे करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के मार्गदर्शन में घोषणापत्र में की गई प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाया जाएगा।
बता दें कि दिसंबर 2021 में राज्य में एक विवाद खड़ा हो गया जब उडुपी जिले के एक सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज के छह छात्रों ने हेडस्कार्फ़ पहनने के लिए कक्षाओं में जाने से रोके जाने का विरोध किया।
राज्य सरकार द्वारा हिजाब पहनने वाले छात्रों के कक्षाओं में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के आदेश के बाद मामला पिछले साल 31 जनवरी को कर्नाटक उच्च न्यायालय पहुंचा। उच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया कि हिजाब इस्लाम के अभ्यास के लिए आवश्यक नहीं है। इसके साथ ही भाजपा ने कई पाठ्यपुस्तकों के सेलेबस में भी बदलाव किया था।
चुनावों से पहले, कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा कि भाजपा ने कर्नाटक की महान आत्माओं जैसे विश्वगुरु बसवन्ना, राष्ट्रकवि कुवेम्पु का अपमान करके "पाठ्यपुस्तकों को विकृत" किया। पार्टी ने वादा किया कि वह "भरत और कर्नाटक के सच्चे मूल्यों और वैज्ञानिक स्वभाव" को बहाल करेगी। ऐसे में अब कांग्रेस सरकार जल्द इन सब बदलावों को करने के इरादे से योजना बना रही है।
कांग्रेस नेता और लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली ने भी कहा कि पाठ्यपुस्तकों की समीक्षा की जाएगी। हम पाठ्यपुस्तकों से अनावश्यक सामग्री को हटा देंगे। विशेषज्ञ समिति द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर नए पाठ को जोड़ने और हटाने की प्रक्रिया की जाएगी।
हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पाठ्यपुस्तकों में किए गए परिवर्तनों की समीक्षा करने की कांग्रेस सरकार की योजना पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि हमने भारतीय संस्कृति, साहित्य और सिद्धांतों पर आधारित कुछ नए पाठ पेश किए थे। नई सरकार इसे लक्षित करने की कोशिश कर रही है, और इसे उलटने के लिए एक नई समिति बनाने के लिए तैयार है। समाज इसका जवाब देगा।