कुमारस्वामी को पाक से इतना प्यार क्यों, आपको भारत में क्यों रहना चाहिए, कर्नाटक के मंत्री ने पूछा?
By भाषा | Published: January 24, 2020 06:53 PM2020-01-24T18:53:52+5:302020-01-24T18:53:52+5:30
जिला मुख्यालय चित्रदुर्ग में संवाददाताओं से बात करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि किसी को भारत और पाकिस्तान दोनों में समान रूप से पसंद किये जाने की मंशा से “दोहरे मानदंड वाली राजनीति” में शामिल नहीं होना चाहिए।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री बी श्रीरामुलु ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी पर पाकिस्तान को पसंद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें उसी देश चले जाना चाहिए।
जिला मुख्यालय चित्रदुर्ग में संवाददाताओं से बात करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि किसी को भारत और पाकिस्तान दोनों में समान रूप से पसंद किये जाने की मंशा से “दोहरे मानदंड वाली राजनीति” में शामिल नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा, “कुमारस्वामी गंभीर राजनेता नहीं हैं, हाल में उन्होंने पाकिस्तान को पसंद करना शुरू किया है...उन्हें यह देश छोड़ने दीजिए, जब वह पाकिस्तान के लिये प्रेम की बात करते हैं, उन्हें भारत में क्यों रहना चाहिए, मैं पूर्व मुख्यमंत्री को बताना चाहता हूं कि इस देश को छोड़ दें।”
मंत्री हाल ही में जद(एस) नेता की तरफ से आई उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें उन्होंने भाजपा नेताओं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान के प्रति “सनक” को लेकर सवाल उठाए थे। कुमारस्वामी पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए श्रीरामुलु ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के पुत्र और पूर्व मुख्यमंत्री होने के बावजूद इस तरह के बयान देकर आपने भारत के लोगों को दुख पहुंचाया है। उन्होंने कहा, “अगर आप वोटबैंक या तुष्टिकरण की राजनीति करते रहना चाहते हैं तो यह देश छोड़ दीजिए।”
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने मोदी, शाह से कहा:आर्थिक मंदी, बेरोजगारी पर ध्यान दें
मेंगलुरु हवाईअड्डे पर बम रखने के मामले में एक बेरोजगार इंजीनियर के आत्मसमर्पण का हवाला देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से सीएए और एनआरसी जैसी “विभाजक नीतियों” के बजाय आर्थिक मंदी और बेरोजगारी जैसे मूल मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा।
भाजपा पर समुदायों के बीच दरार पैदा करने का आरोप लगाते हुए जद(एस) नेता ने बुधवार को कहा कि आदित्य राव के आत्मसमर्पण से यह भी स्पष्ट है कि किसी खास समुदाय को आतंकी गतिविधियों के लिये दोषी नहीं ठहराया जा सकता। कुमारस्वामी ने कहा, “घटना जिसमें आदित्य राव ने आत्मसमर्पण किया मुझे नाटकीय लगती है, क्योंकि वह मेंगलुरु से चलकर डीजी (महानिदेशक) कार्यालय में यहां (बेंगलुरु) आत्मसमर्पण करने के लिये आया...मेरे सामने अब भी यह प्रश्न है।”
उन्होंने संवाददाताओं से यहां बात करते हुए कहा कि वह इस मामले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संज्ञान में यह घटना लाना चाहते हैं क्योंकि राव मैकेनिकल इंजीनियरिंग स्नातक है और उचित नौकरी न होने की वजह से परेशान बताया जा रहा था। उन्होंने कहा, “उसे इस स्थिति में कौन लेकर गया, ये हम हैं...हम अवैध प्रवासियों, सीएए, एनआरसी, एनपीआर की बात करते हैं जो हमारी प्राथमिकता नहीं होनी चाहिए।”
कुमारस्वामी ने कहा कि इसके बजाए आर्थिक मंदी और बढ़ती बेरोजगारी के मुद्दों को तत्काल देखे जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “मोदीजी कृपया वास्तविक समस्याओं को देखिए...न कि उनको,जिनको लेकर आप माहौल बना रहे हैं जो देश में हिंसा और दंगों के लिये अनुकूल होगी।” कुमारस्वामी ने कहा, “संदिग्ध के आज के आत्मसमर्पण से यह स्पष्ट है कि सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोग ही आतंकवादी नहीं बन रहे बल्कि ऐसी स्थिति आ गई है कि हिंदू समुदाय के लोग भी आतंकवाद का रुख कर रहे हैं।”
आतंकी घटनाओं के लिये एक खास समुदाय को कथित रूप से आरोपी ठहराने के लिये भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने पूछा कि समाज को बांटकर उन्हें क्या मिलेगा। मेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर बम रखने के संदिग्ध 36 वर्षीय आदित्य राव ने बुधवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। जद(एस) नेता ने दावा किया कि संदिग्ध अगर मुस्लिम समुदाय से होता को भाजपा नेता बड़े पैमाने पर इसे लेकर समुदाय के खिलाफ अभियान चलाते और उनपर आतंकवाद में लिप्त होने का आरोप लगाते। उन्होंने कहा, ‘‘वे (भाजपा) अब खामोश हैं, क्योंकि संदिग्ध गैस मुस्लिम समुदाय से है।’’