पश्चिम बंगाल पंचायत चुनावः जिन 568 मतदान केन्द्रों पर हुई थी हिंसा वहां आज हो रहा है मतदान
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: May 16, 2018 10:43 AM2018-05-16T10:43:01+5:302018-05-16T10:43:01+5:30
राज्य सरकार और पुलिस को व्यापक सुरक्षा इंतजाम करने के लिये कहा गया है ताकि पुनर्मतदान मुक्त एवं निष्पक्ष तरीके से हो।
कोलकाता, 16 मईः समूचे पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान राज्य निर्वाचन आयोग ( एसईसी ) को जिन 568 मतदान केन्द्रों पर हिंसा की शिकायतें मिली थीं , वहां आज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच फिर से मतदान कराये जा रहे हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने बताया कि जिन मतदान केन्द्रों पर पुनर्मतदान हो रहे हैं वे राज्य के सभी 20 जिलों में स्थित हैं। राज्य में सोमवार को पंचायत चुनाव हुए थे।
#WestBengal: Voting for #PanchayatElection re-polls underway at a booth in Raiganj. Total of 568 booths across 19 districts of the state are undergoing re-polling today. pic.twitter.com/biwCJu2Lqz
— ANI (@ANI) May 16, 2018
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार और पुलिस को व्यापक सुरक्षा इंतजाम करने के लिये कहा गया है ताकि पुनर्मतदान मुक्त एवं निष्पक्ष तरीके से हो। आयोग के अधिकारियों ने बताया, 'पुनर्मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और यह शाम पांच बजे खत्म हो जायेगा। मतगणना कल (17 मई ) होगी।'
#WestBengal: Voters queue up outside booth no. 28 in Cooch Behar to cast their vote. 568 booths across 19 districts of the state are undergoing re-polling for #PanchayatElections today. pic.twitter.com/sJ7zhP2eHK
— ANI (@ANI) May 16, 2018
उन्होंने बताया कि हुगली में 10 मतदान केन्द्रों, पश्चिम मिदनापुर में 28 मतदान केन्द्रों, कूचबिहार में 52 मतदान केन्द्रों, मुर्शिदाबाद में 63 मतदान केन्द्रों, नादिया में 60 मतदान केन्द्रों, उत्तर 24 परगना में 59 मतदान केन्द्रों, मालदा में 55 मतदान केन्द्रों, उत्तर दिनाजपुर में 73 मतदान केन्द्रों और दक्षिण 24 परगना में 26 मतदान केन्द्रों पर पुनर्मतदान के आदेश दिये गये हैं।
West Bengal: Visuals of re-polling for #PanchayatElection from polling booth no. 54 in Jalpaiguri's Shikarpur. Security tightened. pic.twitter.com/rGUTTGjEnh
— ANI (@ANI) May 16, 2018
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा से नाराज कई उम्मीदवारों ने आयोग के अधिकारियों से मुलाकात कर पुनर्मतदान की मांग की थी । इस हिंसा में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गयी थी और 43 लोग घायल हो गये थे।
विपक्षी दलों ने तृणमूल के आतंक का राज उजागर होने का आरोप लगाया। हालांकि तृणमूल ने इन आरोपों को ‘‘ निराधार ’’ बताया।
(खबर इनपुट-भाषा)