पश्चिम बंगाल: भाजपा के दो विधायक बजट सत्र से निलंबित, राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान व्यवधान डालने पर कार्रवाई
By विशाल कुमार | Published: March 9, 2022 02:49 PM2022-03-09T14:49:09+5:302022-03-09T14:52:24+5:30
विधानसभा में प्रस्ताव पेश करते हुए, राज्य के संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि नताबारी का प्रतिनिधित्व करने वाले गोस्वामी और पुरुलिया के विधायक मुखोपाध्याय ने सात मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान नारेबाजी की और तख्तियां दिखाते हुए सदन की कार्रवाई में व्यवधान डाला। प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित किया गया।
कोलकाता:पश्चिम बंगाल विधानसभा में राज्यपाल जगदीप धनखड़ के अभिभाषण के दौरान सदन की कार्यवाही में व्यवधान डालने को लेकर भाजपा विधायक सुदीप मुखोपाध्याय और मिहिर गोस्वामी को बुधवार को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया।
राज्य के संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी द्वारा सदन में एक प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें मौजूदा सत्र की शेष अवधि के लिए भाजपा विधायकों को निलंबित करने की मांग की गई। इस पर विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने मतदान करवाया।
विधानसभा में प्रस्ताव पेश करते हुए, चटर्जी ने कहा कि नताबारी का प्रतिनिधित्व करने वाले गोस्वामी और पुरुलिया के विधायक मुखोपाध्याय ने सात मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान नारेबाजी की और तख्तियां दिखाते हुए सदन की कार्रवाई में व्यवधान डाला। प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित किया गया।
गौरतलब है कि राज्यपाल ने सात मार्च को विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हंगामे के बीच अपने भाषण की पहली और आखिरी पंक्तियों को पढ़कर अपना अभिभाषण सम्पन्न किया था। हालांकि, हंगामे के बीच सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की महिला विधायकों को राज्यपाल को अपना संबोधन जारी रखने का आग्रह करते देखा गया था।
इससे पहले पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने सदन में हुए हंगामे को लेकर राज्यपल जगदीप धनखड़ से मिलने से इनकार कर दिया था। बनर्जी ने कहा कि वह विधायी कार्यक्रमों के चलते राज्यपाल से मुलाकात नहीं कर पाएंगे।
धनखड़ ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिख कर कहा था कि सत्ता पक्ष के सदस्य भी हंगामे में शामिल रहे। उन्होंने सत्तारूढ़ विधायकों और मंत्रियों पर अप्रत्यक्ष रूप से उनका घेराव करने का आरोप भी लगाया था।