पश्चिम बंगाल पुलिस ने BJP कार्यकर्ताओं पर कराया केमिकल छिड़काव?, ममता सरकार ने आरोप पर दिया ये जवाब
By अनुराग आनंद | Published: October 9, 2020 08:15 AM2020-10-09T08:15:56+5:302020-10-09T08:15:56+5:30
बंगाल के मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय ने कहा कि सरकार ने मार्च की अनुमति नहीं दी थी, क्योंकि बुधवार शाम को दिए गए आवेदनों में कहा गया था कि कई रैलियां निकाली जाएंगी जिसमें करीब 25 हजार लोग भाग लेंगे। महामारी के दौर में यह भीड़ काफी अधिक थी।
कोलकता: भाजपा ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता और हावड़ा में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं तथा समर्थकों पर पुलिस की कार्रवाई के लिए तृणमूल सरकार पर जोरदार हमला किया। बीजेपी कार्यर्ताओं ने बंगाल पुलिस पर आरोप लगाया कि प्रदर्शन को दबाने के लिए पुलिस ने रसायन मिलाकर पानी की बौछारें की, आंसू गैस का इस्तेमाल करने के साथ-साथ लाठियां भी भांजी।
इंडिया टुडे रिपोर्ट की मानें तो भाजपा कार्यकर्ताओं पर पानी में केमिकल मिलकार छिड़काव के आरोप पर ममता बनर्जी सरकार ने जवाब दिया है। इस आरोप पर जवाब देने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अल्पन बंद्योपाध्याय ने कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पानी की बौछारें जरूर की, लेकिन पानी में किसी भी रसायन का इस्तेमाल नहीं किया गया है। नीले पानी की बौछार के बारे में पूछे जाने पर बंदोपाध्याय ने कहा कि यह होली के दौरान इस्तेमाल किया जाने वाला रंग था।
इसके साथ ही बंगाल सरकार की तरफ से उन्होंने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय परिपाटी है। रंगीन पानी का इस्तेमाल ऐसे प्रदर्शनों के दौरान किया जाता है ताकि भीड़ को तितर-बितर करने के बाद इसमें शामिल लोगों की पहचान की जा सके।
बंदोपाध्याय ने पुलिस की प्रशंसा करते हुए उसे हालात से शांतिपूर्ण तरीके से निपटने का श्रेय दिया। हालांकि, संघर्ष के दौरान कई पुलिसकर्मी चोटिल हो गये। उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस और राज्य पुलिस के अधिकारियों ने संयम बरतकर शांति कायम रखते हुए सराहनीय कार्य किया।
ममता बनर्जी की ‘‘निरंकुश’’ सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है: भाजपा
भाजपा ने कहा कि प्रदेश की जनता ने ममता बनर्जी की ‘‘निरंकुश’’ सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है क्योंकि वहां अब लोकतंत्र नहीं बचा है। राज्य में भगवा दल के कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ भाजपा की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने यह प्रदर्शन मार्च निकाला था।
इस दौरान उनके द्वारा अवरोधक लांघने की कोशिश करने पर कई स्थानों पर पुलिस के साथ झड़प हो गई। पथराव हुआ, सड़कों को जाम किया गया और टायरों में आग भी लगाई गई। पुलिस कर्मियों ने कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए केमिकल युक्त पानी की बौछारों, आंसू गैस का इस्तेमाल करने के साथ-साथ लाठियां भांजी।
बंगाल की तानाशाही सरकार से हमने लोकतांत्रिक तरह से लड़ने का संकल्प लिया है: जेपी नड्डा
इस घटना के बाद पार्टी की ओर से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के खिलाफ हमले का नेतृत्व करते हुए नड्डा ने कहा कि वह उन्हें साफ बता देना चाहते हैं कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने बंगाल के समृद्ध गौरव को वापस दिलाने और राज्य की ‘‘भ्रष्ट, हिंसात्मक और तानाशाही’’ सरकार के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने का संकल्प ले लिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल की जनता उनके शासन को उखाड़ फेंकेगी। बंगाल के समृद्ध गौरव को बचाने के लिए भाजपा का संघर्ष जारी रहेगा।’’ नड्डा ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘‘ममता दीदी द्वारा राज्य की शक्ति के दुरुपयोग के बावजूद हम बंगाल की जनता के साथ खड़े हैं।
(भाषा इनपुट )